दरभंगा। ल.ना.मि. विश्वविद्यालय, दरभंगा की गरिमा को तार-तार करने वाले सहायक प्राध्यापक डॉ०अखिलेश कुमार के खिलाफ अविलम्ब कार्रवाई की मांग को लेकर दोषी प्राध्यापक को अविलंब पद से हटाया जाना चाहिए, वो शिक्षक के नाम पर कलंक है, शिक्षा के मंदिर में इस प्रकार का कुकृत्य करना दंडनीय अपराध है इस मामले को लेकर विद्यार्थी परिषद का प्रतिनिधि मंडल विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ० राजेन्द्र साह से मिला साथ ही विभाग में तालाबंदी भी की।
प्रतिनिधि मंडल में शामिल सदस्यों ने विभागाध्यक्ष से कहा कि आरोपी पर आरोप लगते ही प्रथम दृष्टया पद से विमुक्त कर जांच की प्रक्रिया आरंभ होनी चाहिए अन्यथा आरोपी अपने प्रभाव बल से जांच प्रक्रिया को प्रभावित भी कर सकता है। ऐसे में इस प्रकार के पतित सहायक प्राचार्य को वर्ग न देने का आग्रह विभागाध्यक्ष से किया गया।
विभागाध्यक्ष ने इस विषय पर कहा कि यह कार्य उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है। इसलिए यह मांग लेकर कुलपति महोदय के पास जाना ज्यादा बेहतर होगा। विभागाध्यक्ष की बात से संतुष्ट होकर प्रतिनिधि मंडल ने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह से पुनः मिलकर विगत कई दिनों से विश्वविद्यालय हिंदी विभाग में चल रहे विवाद को लेकर दोषी पर अविलंब करवाई करने की मांग की। ज्ञात हो कि दिनांक 02.08.2022 को भी परिषद का प्रतिनिधिमंडल माननीय कुलपति महोदय से मिला था। कुलपति ने प्रतिनिधिमंडल की समस्याओं को सुनने के बाद कहा कि जाँच कमिटी गठित की जा चुकी है और जाँच प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर विभाग संयोजक सह पूर्व छात्रसंघ महासचिव उत्सव पराशर, परिषद के महानगर मंत्री सूरज कुमार ठाकुर, नगर सह मंत्री अमित शुक्ला, राघव आचार्य, छात्र रितेश रंजन, शिवम मिश्रा, सुभाष कुमार साह आदि बड़ी संख्या में छात्र और शोधार्थी उपस्थित रहे।
03 Aug 2022
