दरभंगा। दरभंगा शहर के वार्ड नंबर 1 अलीनगर में रहने वाली एक मां अपने बेटे के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए लगभग 4 महीनों से दर-दर भटक रही है। उनका कहना है कि अब वह हत्यारा मुझे और मेरे बेटे को जान से मार देने की धमकी दे रहा है।
यह कहानी फिल्मी नहीं बल्कि सत्य है। आजकल दरभंगा शहर हादसों और अपराधियों का शहर बनता जा रहा है। खुलेआम चाकूबाजी और मारपीट अब यहां आम घटना बनती जा रही है। अपराधी अपराध कर भाग निकलते हैं। मगर गरीब और बेसहारा दर दर की ठोकर खाने को मजबूर। जी हां यह घटना भी कुछ ऐसी ही है। जहां एक बूढ़ी मां अपने बेटे के हत्यारों को सजा दिलाने की मांग को लेकर दर-दर की ठोकरें खाने को विवश है। उन्होंने थाना से लेकर दरभंगा एसपी के समक्ष भी न्याय की गुहार लगाई हैं मगर आज तक उनके बेटे के हत्यारों को सलाखों के पीछे नहीं किया गया। यह आरोप एक बूढ़ी मां का है, उन्होंने बताया कि उसके बेटे को घर से बुलाकर कुछ लोग ले गये और उसकी हत्या कर पोखर में फेंक दिया।
जानते हैं क्या है पूरा मामला –
दरभंगा शहर के वार्ड नंबर 1 के अली नगर में रहने वाली रीता देवी ने यह यह बड़ा आरोप है कि 27/2/2022 को 10:00 बजे दिन में मेरे पुत्र रामबाबू जो उस समय अपने घर में था, तभी मोहल्ले का मोहम्मद शमशाद उर्फ मुंशी आया और उसने मेरे बेटे को गाड़ी पर बैठाया और कहीं ले कर गया। और इधर मोहम्मद तबरेज के साथ मिलकर मेरे बेटे को गायब कर दिया।
उन्होंने आगे बताया कि जब हम घर वालों ने मिलकर अपने बेटे राम बाबू की खोजबीन करना प्रारंभ किया तो मेरे बेटे की लाश 1 मार्च 2022 को दरभंगा बाजार समिति के बगल वाले पोखर से बरामद हुआ। मेरा दावा है कि मेरे पुत्र रामबाबू की हत्या उक्त दोनों अभियुक्त मुंशी और मोहम्मद तबरेज ने मिलकर कर दिया और लाश को पोखर में फेंक दिया है। मैने इसके बाद से ही इस बात की सूचना मैं विश्वविद्यालय थाना पुलिस को भी दिया। मगर विश्वविद्यालय थाना पुलिस के द्वारा घटना के लगभग 4 महीने बीत जाने के बावजूद भी अब तक अपराधियों को पकड़ा नहीं गया है।
जब मैं इस संबंध में थाना पर जाती हूं तो वहां के पुलिस वाले हमें यह बात बोलकर घर जाने को बोलते हैं कि अभी तक एक पेपर पटना से नहीं आया है। जब वह पेपर थाना पर पटना से आ जाएगा,तो आपके बेटे के हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इधर कई बार मैंने इस बात को लेकर दरभंगा एसएसपी के जनता दरबार में भी आवेदन दिया है। लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
वहीं रीता देवी ने और बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि मेरे बेटे के हत्या के कुछ दिन के बाद ही मेरे वार्ड के भावी प्रत्याशी पप्पू खान मेरे घर रात तकरीबन 11:00 बजे आते हैं और मुझे ₹500000 देने की बात कहते हैं। उनका कहना था कि आप गरीब असहाय है। अब जो हो गया सो हो गया, बेटा लौट कर नहीं आने वाला है।आप यह ₹500000 आर्थिक मदद के रूप में लीजिए और मोहम्मद तबरेज का नाम इस FIR में से कटवा दीजिए। इसके साथ ही रीता देवी ने यह भी कहा है कि हत्यारों के द्वारा बार-बार मुझे जान से मार देने की धमकी मिल रही है। मैं दर-दर भटक रही हूं लेकिन मेरे बेटे को न्याय नहीं मिल पा रहा है।
अब इस दुखियारी मां का दुखरा सुन कर कब तक न्याय मिल पायेगा ये समय बतायेगा। मगर प्रशासन अपनी जांच में पूरी तत्परता से लगा हुआ है।