शनिवार को दरभंगा मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में राष्ट्रीय बाल अकादमी की दरभंगा शाखा द्वारा एनसी- ईसीडी कार्यशाला (बाल्य काल के प्रथम तीन वर्षों में उत्तरदायित्व पूर्ण एंव समेकित पालन पोषण) का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में दिल्ली,पटना, गया और बेतिया से आए हुए प्रशिक्षकों ने 40 से शिशु विशेषज्ञों को उत्तरदायित्व पूर्वक शिशु के बाल्य काल के विकास में पूरे परिवार के सहयोग से उच्च स्तर के ललन पालन का प्रशिक्षण दिया।

विक्रम का उद्घाटन वरिष्ट शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर भोला नायक, दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य सह शिशु रोग विभाग अध्यक्ष डॉक्टर के एन मिश्रा, मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डाक्टर हरी शंकर मिश्रा, केंद्रीय बाल अकादमी के स्क्युटीव बोर्ड के सदस्य डॉक्टर शिव वचन सिंह एवं डॉक्टर चंद्र मोहन, आई ए पी दरभंगा के अध्यक्ष डाक्टर अशोक कुमार उपाध्यक्ष द्वय डॉक्टर साजिद हुसैन एवं डॉक्टर रिजवान अहमद एवं सचिव सलीम अहमद ने दीप प्रज्वलित कर किया।

मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में डॉक्टर भोला नायक ने कहा की पीडियाट्रिक्स उनके काल से अब तक काफी तरक्की कर चुका है। पहले के समय में बच्चों को बीमार पड़ने पर इलाज के लिए लाया जाता था। अब कोई बच्चा बीमार ना पड़े और अपनी पूर्ण क्षमता से विकास कर सके इसके लिए कार्य किया जाता है । यह कार्यशाला शिशु को अपने प्रारंभिक दिनों में जब मस्तिष्क का विकास जारी रहता है, प्रोत्साहन और प्रशिक्षण के द्वारा उच्चतय स्तर के विकास के लिए किया जा रहा है।

अधीक्षक डॉक्टर शंकर मिश्रा ने कहा इस तरह के कार्यशाला को और विस्तृत कर स्त्री एवं प्रसूति रोग के विशेषज्ञ को भी शामिल करना चाहिए। उन्होंने सूचित किया डीएमसीएच के आउटडोर में उन्होंने आरबीएसके के लिए सुविधाएं उपलब्ध कर दी हैं और विकास के दौरान शिशुओं में जो भी कमियां होती हैं उन्हें समय पर पहचान कर उसका समुचित इलाज किया जा रहा है।

प्राचार्य शिशु रोग विभाग अध्यक्ष डॉक्टर केन मिश्रा ने कहा की हम इन सारी चीजों को अपने अध्ययन कल में कार्यशाला में बताई जाने वाली चीजों को पढ़ सिख चुके होते हैं परंतु इन्हें व्यवस्थित रूप से इस कार्यशाला में प्रशिक्षण लेकर शिशु का समुचित इलाज कर सकेंगे।

प्रशिक्षण में डॉक्टर शिवबचन सिंह (गया), डॉक्टर ललन भारती (दिल्ली) डॉक्टर चंद्रमोहन (एम्स पटना), डॉक्टर अमित कुमार (पटना) एवं डॉक्टर अनिल कुमार (बेतिया मेडिकल कॉलेज) ने 4 वर्क स्टेशन पर एनसीइही की प्रारंभिक मानसिक विकास में देरी, एमसीपी कार्ड का इस्तेमाल, स्वास्थ्य वृद्धि की उचित जांच और आवटिज्म तरह के विकास के अवरोधों का समय पर पहचान के लिए एम चैट इत्यादि का प्रशिक्षण दिया।

कार्यक्रम को दरभंगा आईएपी के अध्यक्ष दो अशोक कुमार, सचिव डॉक्टर सलीम मोहम्मद और उपाध्यक्ष डॉक्टर रिजवान हैदर ने भी संबोधित किया। मंच संचालन डॉक्टर मृदुल कुमार शुक्ला एवं डॉक्टर पल्लवी द्वारा किया गया। स्थानीय आईएपी का सदस्यों द्वारा प्रशिक्षकों तथा वरीय चिकित्सकों का चादर, पाग, फ्लावर पॉट एवं प्रतीक चिन्ह द्वारा स्वागत किया गया।धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर सलीम अहमद ने किया।