दरभंगा। किलाघाट स्थित मदरसा हमीदिया के मैदान में शनिवार की रात दरभंगा जिला मोहर्रम कमिटी द्वारा नोमाइसी खेल का आयोजन किया गया। जिसमें 6 दर्जन से अधिक विभिन्न अखाड़ों ने भाग लिया और अपने अपने हेलो के प्रदर्शन से खूब वाहवाही लूटी खेल के बाद खिलाड़ियों को ईनाम के रूप में तलवार लाठी हाथ और दीवार घड़ी देकर और टोपी माला पहनाकर सम्मानित किया गया। खिलाड़ियों द्वारा विभिन्न तरह के खेलों का प्रदर्शन किया गया जिसमें तलवारबाजी भाला, गरासा, क्रीच एवं लाठियों एवं आग के लुक्का पारंपरिक अंदाज में अपने अपने खेलो का प्रदर्शन किया गया।

आयोजित नोमाइसी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री, मो अली अशरफ फातमी, सरपरस्त, मुमताज अंसारी, सरफे आलम तमन्ना, अध्यक्ष सिगवतुल्लाह खान (डब्बू खान), महासचिव, मो कलीमुद्दीन, (रुस्तम कुरैशी), कोषाध्यक्ष, मो अमजद (पप्पू खान), एवं नगर थाना प्रभारी सत्येंद्र चौधरी शामिल हुए और खिलाड़ियों को अपने हाथों से इनाम देकर उनकी हौसला अफजाई किया। आयोजित के खेल को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे चारों ओर मैदान में दर्शकों से भरी पाई गई रात के 10:00 बजे से सुबह 4:00 बजे तक चले नोमाइसी के खेल होते रहे।

विशेष जानकारी देते हुए महासचिव रुस्तम कुरैशी ने बताया अमन और शांति के साथ जिला जिला मोहर्रम कमेटी द्वारा आयोजित नोमाइसी कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिसके लिए सभी खिलाड़ियों अखाड़ों उस्तादों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने बताया हम शुक्रगुजार है जिला प्रशासन से जिला शांति समिति के सदस्यों मीडिया बंधुओं के चार में जगह जगह विभिन्न अखाड़ो के द्वारा भी खेलों एवं नोमाइसी के कार्यक्रम आयोजित हुए वही रविवार को आठवीं मोहर्रम पर किलाघाट जिला मोहर्रम कमेटी कार्यालय से सिरनी चढ़ाने की रस्म अदा की जाती है। जिसमें कई अखाड़े भाग लेते हैं जो किलाघाट से चलकर नगर थाना, मसरफ बाजार, दरभंगा टावर चौक, होते हुए लाठी कर कराते या हुसैन या हुसैन के नारों के साथ मोहर्रम की धुनों पर चल रहे थे।

बांग्लागढ़ स्थित इमामबारा पहुंचकर सिरणी चढ़ा व नेयाज फातेहा के बाद लौट आते है। जिसमें कई अखाड़ों के नौजवान शामिल होते हैं उन्होंने बताया मोहर्रम की आठवीं पर भी कई जगह शहर में खेलों का आयोजन होगा जो देर रात तक चलेगी फिर सुबह नौवीं की मोहर्रम पर सभी अखाड़ा दरभंगा जिला मोहर्रम कमेटी की ओर बढ़ चलेंगे हर साल जिला मोहर्रम कमेटी के द्वारा भव्य तरीके से मिलान का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जिसमें पहले दिन नौंवी मोहर्रम पर स्थानीय मिलान चौक पर सरफा एवं सूर्या दो अलग-अलग निशान होते हैं जो आपस में मिलते हैं जो शानदार नजारा होता है मिलान के निशान के साथ एक निशान जो सरकारी निशान होता है सरकारी निशान कि अपनी खासियत होती है खराकर मिलान चौक तक लाया जाता है।

इस नजारे को देखने के लिए दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं देर रात विभिन्न अखाड़ों द्वारा खेलों का आयोजन किया जाता है। फिर दसवीं मोहर्रम पर बड़ी संख्या में हजारों हजार की संख्या में लोग पहुंचते हैं इसमें ताजिया गगनचुंबी जो रंग-बिरंगे रंगों से बने होते हैं। देर शाम अखाड़ों के पहुंचने के साथ मिलान के कार्यक्रम शुरू हो जाते हैं जिसमें किसी एक के निशान के टूटने पर दूसरे की जीत हो जाती है। वहीं जिला प्रशासन की ओर से भी मोहर्रम को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

मोहर्रम पर बड़ी संख्या में पुलिस वालों की तैनाती दरभंगा में की गई है लगातार एसएसटी सदर एसडीपीओ सदर एसडीओ द्वारा लगातार नजर बनाई जा रही है असामाजिक तत्व एवं उपद्रवियों पर सादे वर्दी में विशेष विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। महिला एवं पुरुष दोनों तरह के पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है जगह जगह खिलाड़ियों के लिए पीने के पानी और शरबत की व्यवस्था भी की गई है वही प्राथमिक उपचार के लिए भी दरभंगा जिला मोहर्रम कमेटी की ओर से कैंप लगाए गए हैं।

महासचिव ने बताया मिलान को लेकर मिलान चौक पर मिलान को लेकर बेड़ीकेटिंग करा ली गई है। उन्होंने खिलाड़ियों एवं लोगों से अपील किया के अपने बच्चों जो मेले में साथ लाएं उन्हें अपनी हिफाजत अपने अच्छी तरह से हाथों से पकड़ कर रखें भीड़ में अक्सर हादसे होते हैं और बच्चे अपने मां बाप से बिछड़ जाते हैं मिलन चौक स्थित मिलान को लेकर सभी तैयारी पूरी कर ली गई है मोहर्रम को लेकर रोशनी की व्यवस्था के साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। जिला प्रशासन लगातार मोहर्रम पर नजर बनाए हुई है हर व्यक्ति पर जिला प्रशासन की नजर बनी रहेगी अफवाह फैलाने वाले एवं उपद्रवियों को जिला प्रशासन कार्रवाई करेगी।