छात्र सही दिशा में लगातार अपने परिश्रम व लगन से अपनी कुशलता में निखार लाकर अपनी पहचान बनाएं- डा अनिल।
क्लासिकल नृत्य प्रतियोगिता में श्रेया, पारंपरिक नृत्य में नेहा, गायन में जया तथा वादन में नवनीत ने पाया प्रथम स्थान।
छात्र खेलों एवं कलाओं के माध्यम से अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर जीवन में आगे बढ़े- प्रो मंजू।
जीवन की तरह प्रतियोगिताओं में भी जीत- हार लगी रहती है, फिर भी पूरी तैयारी एवं उत्साह से उनमें भाग लेना जरूरी- डा चौरसिया।
सी एम कॉलेज, दरभंगा में विश्वविद्यालय स्थापना दिवस की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में नृत्य, गायन एवं वादन प्रतियोगिता का आयोजन महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में किया गया, जिसमें प्रधानाचार्य डा अनिल कुमार मंडल, आयोजन समिति के संयोजक प्रो मंजू राय, संगीत प्रतियोगिता के संयोजक डा आर एन चौरसिया तथा निर्णायक मंडल के सदस्यों में एनएसएस पदाधिकारी अखिलेश कुमार राठौर, मैथिली विभागाध्यक्षा रागिनी रंजन तथा मैथिली की प्राध्यापिका डा अभिलाषा कुमारी, अमरजीत कुमार, अभय कुमार, त्रिलोकनाथ चौधरी सुरेश पासवान, रिंकू देवी, प्रभाष कुमार चौधरी व शिवम कुमार झा सहित 80 से अधिक छात्र- छात्राएं उपस्थित थे।
दीप प्रज्वलित कर प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए प्रधानाचार्य डा अनिल कुमार मंडल ने प्रतिभागियों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि सभी छात्रों में प्रतिभाएं मौजूद हैं। इस तरह के कार्यक्रमों में भाग लेने से उनकी कलायें निखरती हैं। उन्होंने कहा कि छात्र सही दिशा में लगातार अपने परिश्रम व लगन से अपनी कुशलता में निखार लाकर अपनी पहचान बनाएं। किसी भी कार्य में हुनरमंद बनने से छात्र भीड़ से हटकर अपनी अलग पहचान बनाने में सफल हो जाते हैं। उन्होंने आयोजन समिति के सदस्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि छात्रों को पहले ही तय करना चाहिए कि उसे क्या करना है और कैसे करना है?
आयोजन समिति के संयोजक प्रो मंजू राय ने कहा कि छात्र खेल तथा कला के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर जीवन में आगे बढ़ सकते हैं। संगीत की कोई भाषा नहीं होती, बल्कि इसमें भाव ही प्रधान होता है। उन्होंने छात्रों की उत्साह पूर्ण अत्यधिक संख्या में उपस्थिति के साथ ही बेस्ट परफॉर्मेंस देने के लिए बधाई एवं शुभकामना दी।
क्लासिकल नृत्य प्रतियोगिता में श्रेया भारद्वाज- प्रथम, रूपाली सिंह- द्वितीय तथा मुस्कान ने तृतीय स्थान प्राप्त किया, जबकि पारंपरिक नृत्य प्रतियोगिता में नेहा कुमारी- प्रथम, शानू प्रिया- द्वितीय तथा संजना एवं दिव्यांशु ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
वहीं वादन प्रतियोगिता में नवनीत कुमार- प्रथम, जया कुमारी व रूपाली सिंह- द्वितीय तथा अभिषेक कुमार व अभय कुमार ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया, जबकि गायन प्रतियोगिता में जया कुमारी- प्रथम, आतिफा रजा खान व हिमालया कुमारी- द्वितीय तथा कौशिक आनंद ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
संगीत प्रतियोगिता के संयोजक डा आर एन चौरसिया ने सभी प्रतिभागियों को बधाई एवं शुभकामना देते हुए कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेना ही महत्वपूर्ण होता है। जीवन की तरह प्रतियोगिताओं में भी जीत हार तो लगी रहती है। भाग लेने वाले कुछ प्रतिभागी जीतते हैं तो बाकी सब सीखते हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफलता पाने वाले छात्र- छात्राओं को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को मुख्य समारोह में प्रधानाचार्य के हाथों प्रमाण पत्र एवं मैडल से सम्मानित किया जाएगा।
निर्णायक मंडल के सदस्य डा अभिलाषा कुमारी ने विजयी प्रतिभागियों की सूची जारी करते हुए कहा कि वर्तमान समय में छात्र केवल किताबी पढ़ाई से सफलता नहीं प्राप्त कर सकते, बल्कि उनका व्यक्तित्व बहुआयामी होना चाहिए। छात्र राष्ट्र के भविष्य हैं, जिनके लिए महाविद्यालय उचित अवसर प्रदान कर रहा है। अतः वे बेझिझक अपनी प्रतिभाओं एवं कलाओं में निरंतर निखार लाएं।
संस्कृत विभागाध्यक्ष डा आर एन चौरसिया के संचालन में आयोजित प्रतियोगिता में अतिथियों का स्वागत हिन्दी विभागाध्यक्ष अखिलेश कुमार राठौर ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन वरीय छात्र हरिओम झा ने किया।