DMCH में आंखों का इलाज करवाने गयी महिला को अब उस आंख से कुछ दिख ही नहीं रहा है।दरभंगा के डीएमसीएच की इस व्यवस्था की ताजा शिकार एक महिला मरीज है।
सिंहवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के माधोपुर-बनौली निवासी प्रिया देवी ने डीएमसीएच के नेत्र विभाग में अपनी एक आँख का ऑपरेशन विगत सोमवार को भर्ती होने के बाद बुधवार को कराया।फिर जब उसके आँखों की पट्टी खुली तो जिस बाँयी आँख में लेंस लगाया गया था उससे कुछ नहीं दिखा।इसी तरह की घटना दरभंगा शहर के बाकरगंज निवासी गणेश मेहता के साथ भी घटी।मिली जानकारी के मुताबिक दोनों ही मरीजों का ऑपरेशन विगत बुधवार को हुआ था।ऑपरेशन उपरांत पट्टी खुलने पर तेज जलन के साथ ही आँख से कुछ नहीं दिखने की शिकायत दोनों ने तैनात चिकित्सक से की।जिसके बाद दोनों के ही आँखों की फिर से जाँच की गई।उसके बाद पीड़ित मरीज को बताया गया कि लेंस फीटिंग में गड़बड़ी हुई है इसे ठीक कर दिया जाएगा।इसके बाद दोबारा दोनों ही मरीजों को ऑपरेशन कक्ष में ले जाकर लेंस फीटिंग को चिकित्सक ने ठीक किया।जिसके बाद गणेश मेहता नामक मरीज को आँखों से दिखने लगा परंतु प्रिया देवी को अपनी बाँयी आँख से अब भी कुछ नहीं दिखता है।इधर दूसरे मरीज गणेश मेहता ने बताया कि दोबारा ऑपरेशन कक्ष से आने के बाद आँख से दिखाई तो पर रहा है पर जलन और पानी निकलने की समस्या बनी है। प्रिया देवी की बहु अनीता देवी ने बताया कि हमलोग अनपढ़ है पर इतना तो जानते है कि मेरी सास को बाँयी आँख में मोतियाबिंद के कारण कम दिखता था पर ऑपरेशन के बाद कुछ भी नहीं दिखता है।