उजियारपुर, 1 अगस्त। अखिल भारतीय किसान महासभा समस्तीपुर जिलाध्यक्ष महावीर पोद्दार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि समस्तीपुर जिला सहित बिहार के किसान मानसून के बेरूखी के कारण खरीफ फसल धान की रोपनी में काफी कठिनाईयों का सामना करते हुए करीब 80% खेती की है। अब जब उन्हें रासायनिक खादो की आवश्यकता है तो केंद्र सरकार जरूरत के अनुरूप रासायनिक खाद उपलब्ध कराने में विफल हो रही है। भाजपा की बिहार की सत्ता से बाहर होने का खामियाजा किसानों को क्यों भुगतना पड़ेगा ।केंद्र सरकार ने यूरिया की 7.70 लाख मीट्रिक टन की आवश्यकता के बदले 6.71लाख मीट्रिक टन ही दिया है जबकि डी ए पी 2.50 लाख मीट्रिक टन की आवश्यकता के बदले मात्र 1.72 लाख मीट्रिक टन ही दिया है। किसान एक तरफ खाद की कमी और दूसरे तरफ खाद की कालाबाजारी एवं निर्धारित दर से ज्यादा दामों पर विक्री की समस्याओं से जूझ रहे हैं।

जिलाध्यक्ष महावीर पोद्दार ने सभी किसानों से आह्वान किया है कि खाद की कमी को पूरा करने, निर्धारित मूल्यों पर खाद की विक्री करने, कालाबाजारी करने वाले विक्रेताओं पर कानून सम्मत कार्रवाई करने की मांग को लेकर आंदोलन चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के मुताबिक c2+50% फसल का दाम तय करने से लगातार भाग रही है। नकली और महँगे खाद-बीज, कीटनाशक, बढता कॄषि उत्पादन लागत,महँगे डीजल बिजली व सिंचाई की किल्लत और कॄषि उपज के वाजिब दाम के अभाव ने किसानों को गहरे सन्कट में डाल दिया है। इन परिस्थितियों का मुकाबला करने के लिए आन्दोलन ही मात्र रास्ता है जिससे सरकार पर दबाव परे।