गौड़ाबौराम एवं जाले के बी.ई.ओ. तथा गौड़ाबौराम एवं किरतपुर के एम.ओ.आई.सी. से की गयी कारणपृच्छा।
दरभंगा, 17 जनवरी 2022 :- दरभंगा, समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेदकर सभागार में जिलाधिकारी, दरभंगा राजीव रौशन की अध्यक्षता में 15-18 आयुवर्ग के किशोरों के लिए 03 जनवरी से जिले में चल रहे कोविड टीकाकरण
अभियान की उपलब्धि की प्रखण्डवार समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
समीक्षा के दौरान जिन प्रखण्डों की स्थिति असंतोषजनक पायी गयी। उनमें गौड़ाबौराम, हायाघाट, किरतपुर, जाले, कुशेश्वरस्थान पूर्वी, बहेड़ी, बेनीपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी के प्रति जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गयी, वहीं गौड़ाबौराम एवं जाले के प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी तथा गौड़ाबौराम एवं किरतपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से धीमी प्रगति व कार्य में लापरवाही को लेकर स्पष्टीकरण की माँग की गयी है।
समीक्षा में दरभंगा शहरी क्षेत्र एवं घनश्यामपुर प्रखण्ड में टीकाकरण कार्य प्रशंसनीय रहा। जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को कहा कि 22 जनवरी तक 15 से 18 आयुवर्ग के लिए निर्धारित टीकाकरण लक्ष्य का शत्-प्रतिशत् उपलब्धि प्राप्त करना होगा। इसके लिए प्रखण्ड स्तर पर रणनीति बनानी होगी। प्रत्येक पंचायत के 01 आँगनवाड़ी केन्द्र को नोडल आँगनवाड़ी केन्द्र बनाया जाए तथा शेष सभी आँगनवाड़ी केन्द्र के पोषण क्षेत्र का वहाँ की सेविका/ सहायिका द्वारा घर-घर सर्वेक्षण किया जाए और 15-18 आयुवर्ग के जिन किशोरों ने टीका नहीं लिया है, उन्हें टीकाकरण केन्द्र पर पहुँचाना सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही सभी उच्च विद्यालय व प्लस 2 उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक अपने नामांकन सूची से ऐसे विद्यार्थियों की लिस्ट बनाकर अपने सभी शिक्षकों के बीच लक्ष्य निर्धारित कर दें, कि उतने बच्चों को घर से बुलवाकर टीका लगवाने की जिम्मेवारी उस संबंधित शिक्षक की होगी, जिन्हें वह लक्ष्य दिया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि वैसे विद्यालय, जो शत्-प्रतिश्त अपने 15-18 आयुवर्ग के छात्रों का टीकाकरण करवा लेगा, उसे 26 जनवरी 2022 को जिला स्तर एवं राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों एवं किशोरों को यह अवगत करा दिया जाना चाहिए मैट्रिक एवं इन्टर की परीक्षा में ऐसे आयुवर्ग के छात्रों के लिए टीकाकरण अनिवार्य कर दिया गया है। यदि वे टीका नहीं लगवाते है, तो परीक्षा में बैठने में कठिनाई होगी। साथ ही भविष्य में अन्य लाभ यथा छात्रवृत्ति के लिए भी यह मापदंड (कोरोना का टीका लेना अनिवार्य) निर्धारित किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि महादलित टोला के किशोरों को टोला सेवक के माध्यम से जागरूक किया जाए तथा उन्हें टीकाकरण केन्द्र पर किशोरों को लाने की जिम्मेवारी दी जाए।
फ्रंट लाईन वर्कर एवं हेल्थ केयर वर्कर को जनवरी माह के वेतन भुगतान के लिए प्रिकॉशनरी डोज का टीका लेना अनिवार्य होगा, सभी निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी को इसे सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। निजी अस्पतालों एवं क्लिनिकों के लिए भी इसे अनिवार्य किया गया है, अन्यथा उनकी क्लीनिकव अस्पताल की अनुज्ञप्ति निलंबित की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि जिनका भी द्वितीय डोज का टीका बकाया है, उन्हें कॉल सेन्टर से बुलाकर जल्द से जल्द द्वितीय डोज का टीका दे दिया जाए। 60 वर्ष से ऊपर कोमोरबिडिटीज (कुछ चिन्ह्ति बीमारी वालों) से कोई भी प्रमाण-पत्र नहीं माँगा जाए, वे जैसे ही टीकाकरण केन्द्र पर आवें, उन्हें टीका लगा दिया जाए।
बैठक में सहायक समाहर्त्ता अभिषेक पलासिया, सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार सिन्हा, अपर समाहर्त्ता (आपदा) अनिल कुमार सिन्हा, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, आपदा प्रभारी सत्यम सहाय, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (मध्याह्न भोजन) संजय देव कन्हैया, जिला स्वास्थ्य प्रबंधक विशाल कुमार सहित संबंधित पदाधिकारी एवं सभी प्रखण्डों से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक एवं प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी ऑनलाईन जुड़े हुए थे।