निदेशक प्रो बी एस झा की अध्यक्षता में आयोजित समापन समारोह में डा चौरसिया, डा आनंद प्रकाश, डा विनोद व डा रश्मि ने रखे विचार।
विशेष शिविर की 50 स्वयंसेविकाओं द्वारा शिक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य, हरियाली एवं जल संरक्षण आदि का दिया गया सकारात्मक संदेश- प्रो बिमलेन्दु।
विशेष शिविर केम्पस टू कम्युनिटी की यात्रा, जिसमें स्वयंसेविकाओं को मिलती है व्यावहारिक ज्ञान, नेतृत्व क्षमता व आपसी सामंजस की शिक्षा- डा चौरसिया।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम महिला प्रौद्योगिकी संस्थान, दरभंगा की एनएसएस इकाई के तत्त्वावधान में सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन समारोह संस्थान के सभागार में निदेशक प्रो बिमलेन्दु शेखर झा की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें विश्वविद्यालय के पूर्व एनएसएस समन्वयक सह प्रेस एवं मीडिया प्रभारी डा आर एन चौरसिया, एनएसएस कोऑर्डिनेटर द्वय डा विनोद बैठा तथा डा आनंद प्रकाश गुप्ता एवं संस्थान की एनएसएस पदाधिकारी डा रश्मि कुमारी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय, रानीपुर के प्रधानाचार्य मो वसीर हसन मोजर सहित कई स्वयंसेविकाओं ने विचार रखे।
अपने संबोधन में निदेशक ने कहा कि दरभंगा सदर प्रखंड के रानीपुर पंचायत में लगाए गए विशेष शिविर द्वारा शिक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य, हरियाली एवं जल- संरक्षण आदि का संदेश स्वयंसेवकाओं द्वारा समाज में दिया गया। उन्होंने संस्थान की एनएसएस इकाई की सक्रियता की चर्चा करते हुए कहा कि ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों से न केवल समाज का विकास होता है, बल्कि व्यक्तियों में खुशहाली भी आती है। उन्होंने एनएसएस के दोनों समन्वयकों को सहयोग हेतु धन्यवाद देते हुए शिविर में भाग लेने वाली सभी छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
अपने संबोधन में डा आर एन चौरसिया ने कहा कि एनएसएस का विशेष शिविर केम्पस टू कम्युनिटी की यात्रा है, जिसमें स्वयंसेविकाएं व्यावहारिक ज्ञान, नेतृत्व क्षमता तथा आपसी सामंजस सीखते हैं। एनएसएस युवाओं में सामाजिक कर्तव्यबोध कराते हुए उनके व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास तथा चरित्र निर्माण बेहतर तरीके से करता है। एनएसएस शिक्षा का व्यावहारिक एवं अभिन्न अंग है जो युवाओं का तीव्र गति से सामाजीकरण कर उनमें मानवीय मूल्यों का संचार करती है।
डा विनोद बैठा ने कहा कि विशेष शिविर महाविद्यालय स्तरीय होता है, जिसमें भाग लेने वाले स्वयंसेवक ही राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित शिविरों में भाग लेते हैं। उन्होंने स्पेशल कैंप आयोजन हेतु निदेशक, एनएसएस पदाधिकारी सहित सभी छात्राओं को बधाई दी।
डा आनंद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि जल और हरियाली के बिना हमारा जीवन संभव नहीं है। स्वयंसेविकाएं समाज के लोगों को इसके प्रति जागरूक करते रहें। हम संकल्प लें कि जल का संरक्षण करेंगे तथा सुरक्षित वृक्षारोपण भी करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही शिविर में भाग लेने वाली छात्राओं को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।
कार्यक्रम की शुरुआत गणमान्य व्यक्तिओं की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर किया गया। अतिथियों का स्वागत पाग- चादर एवं स्मृति चिह्न देकर किया गया किया गया। इस अवसर पर संस्थान की स्वंयसेविकाओं के द्वारा गीत, नुक्कड़ नाटक इत्यादि सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति की गई।
तत्पश्चात पुरुस्कार वितरण किया गया, जिसमे संस्थान की स्वंयसेविकाओं ने सात दिवसीय शिविर के दौरान जिन- जिन प्रतियोगिताओं और जागरूकता अभियान में भाग लिया था, उन्हें पुरस्कृत किया गया।
रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार रंजना कुमारी एवं काजल कुमारी को दिया गया, दूसरा स्थान आंचल श्रीमानसीका, निशा कुमारी एवं कोमल कुमारी ने प्राप्त किया। प्रीति कुमारी एवं पूजा चौधरी तृतीय स्थान पर रही।पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में कोमल कुमारी व प्रीति कुमारी प्रथम स्थान पर पूजा चौधरी व निशा कुमारी द्वितीय स्थान पर एवं राजनंदनी व मुस्कान कुमारी तृतीय स्थान पर रही। बेस्ट हेल्पिंग कोऑर्डिनेटर लावण्या एवं अदिति श्रीवास्तव रही। स्वास्थ्य जागरूकता अभियान के लिए अंकिता कुमारी एवं अनामिका कुमारी को प्रथम पुरस्कार मिला, द्वितीय स्थान पर नैंसी कुमारी, अंजना कुमारी एवं रिसा कुमारी रही, वहीं तृतीय स्थान पर शालिनी प्रिया, सुजाता कुमारी, अर्चना एवं नेहा रहीं।
स्वयंसेविका भाव्य एवं श्वेता के संचालन में आयोजित समारोह में धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस की कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ रश्मि कुमारी के द्वारा किया गया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।