युवाओं के चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास में सहायक राष्ट्रीय सेवा योजना का राष्ट्र- निर्माण में अहम भूमिका- डा चौरसिया।
राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से सामाजिक कुरीतियों एवं समस्याओं को दूर करने का प्रयास करें स्वयंसेवक- डा कामेश्वर।
#MNN@24X7 मारवाड़ी महाविद्यालय, दरभंगा की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा ‘एनएसएस स्थापना दिवस’ के उपलक्ष्य में “राष्ट्र- निर्माण में राष्ट्रीय सेवा योजना की भूमिका” विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डॉ दिलीप कुमार ने कहा कि महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई को पहली बार एक महिला कार्यक्रम पदाधिकारी चला रहीं हैं, जिनके सानिध्य में यह इकाई समाज के विभिन्न हितों के लिए प्रयास करेगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि महाविद्यालय प्रशासन सदैव उन्हें सहयोग करेगा और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका का निर्वहन करेगा।
संगोष्ठी का उद्घाटन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव प्रथम डॉ कामेश्वर पासवान ने किया। उन्होंने कहा कि एनएसएस के माध्यम से सामाजिक कुरीतियों और समस्याओं को दूर करने का प्रयास छात्र करते हैं और उन्हें समाज में एक सजग प्रहरी की भूमिका निभाने के लिए तैयार करता है।
मुख्य अतिथि के रूप में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के पूर्व एनएसएस समन्वयक एवं स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ आर एन चौरसिया ने कहा कि एनएसएस चरित्र निर्माण तथा व्यक्तित्व विकास में सहायक है। यह उन्हें व्यावहारिक ज्ञान के साथ ही सामाजिक सरोकार से जोड़कर युवा शक्ति को राष्ट्र की मुख्यधारा में लाने का काम करता है। यह युवाओं को अधिक क्रियाशील, आत्मविश्वासी, व्यवस्थित तथा प्रशंसनीय बनाता है। नई पीढ़ी के समाजीकरण में एनएसएस की अहम भूमिका है, जिसके कार्य प्रतीकात्मक एवं प्रेरणादायक होते हैं। एनएसएस युवाओं में छुपे हुए गुणों को बाहर निकाल कर उनके व्यक्तित्व को निहारता है, जिससे उनकी कार्य क्षमता में गुणात्मक वृद्धि होती है। एनएसएस से छात्रों में नेतृत्व क्षमता का विकास, आपसी सहयोग की भावना तथा मानवोचित गुणों का विकास होता है।
इसके कार्यक्रम शिक्षा के सामाजिक सरोकार स्थापित करने की दिशा में सार्थक कदम है। यह शिक्षण संस्थानों को समाज से सीधे जोड़ता है। एनएसएस युवा में कलात्मक एवं सृजनात्मक क्षमता का विकास कर राष्ट्र- निर्माण में अहम भूमिका निभाता है।
विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डॉ विनोद बैठा ने राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य एवं उद्देश्य पर विस्तार से चर्चा करते हुए राष्ट्र निर्माण में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों की भूमिका पर गहन चर्चा की।
संगोष्ठी में अतिथि स्वागत महाविद्यालय के भौतिक विभागाध्यक्ष डॉ अमित कुमार सिंह ने एवं धन्यवाद ज्ञापन बर्सर डॉ अवधेश प्रसाद यादव ने किया। संगोष्ठी में विषय प्रवेश कराते हुए मारवाड़ी महाविद्यालय की एनएसएस इकाई की कार्यक्रम पदाधिकारी और समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ सुनीता कुमारी ने कहा कि 24 सितंबर, 1969 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री डॉ राव के काल में राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना की गयी थी। तब से लेकर आज तक अनवरत राष्ट्रीय सेवा योजना राष्ट्रीय निर्माण में अपनी भूमिका निभाता आ रहा है।
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव ने मुझे मारवाड़ी महाविद्यालय का कार्यक्रम पदाधिकारी बनाया है, जिसके लिए मैं उनका धन्यवाद ज्ञापन करती हूं और भविष्य में एनएसएस की ओर से अपने दायित्वों का निर्वहन करूंगी।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए मारवाड़ी महाविद्यालय के संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ विकास सिंह ने राष्ट्र निर्माण में राष्ट्रीय सेवा योजना की भूमिका विषयक संगोष्ठी के विभिन्न उद्देश्यों और विषय वस्तु पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में महाविद्यालय के शिक्षक- शिक्षिकाएं, कर्मचारी तथा छात्र- छात्राएं काफी संख्या में उपस्थित थे।