–प्रति वर्ष 14 नवंबर को मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह दिवस।
– राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने सभी जिलों के सिविल सर्जन और गैर संचारी रोग पदाधिकारी को पत्र जारी कर दिए निर्देश।

#MNN@24X7 मधुबनी, 28 अक्टूबर।अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह दिवस पर जिला के सभी स्वास्थ्य संस्थान और जीविका के सीएलएफ पर आगामी 14 से 21 नवंबर तक निःशुल्क जांच सह परामर्श सप्ताह मनाया जाएगा। इस आशय की जानकारी जिले के गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ.एसपी सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रीवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ कैंसर, डायबिटीज, कार्डियो वैस्कुलर डिजीज और स्ट्रोक्स (एनपीसीडीसीएस) के तहत प्रत्येक वर्ष 14 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह दिवस मनाया जाता है।

इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह दिवस को लेकर 14 से 21 नवंबर तक निःशुल्क जांच सह चिकित्सा परामर्श सप्ताह शिविर आयोजित करने का निर्देश प्राप्त हुआ है। इन शिविरों में आने वाले व्यक्तियों की उच्च रक्तचाप व मधुमेह रोग की स्क्रीनिंग के साथ–साथ उन्हें इन रोग से बचाव के उपायों की जानकारी दी जायेगी। इसके साथ ही स्वस्थ्य रहने के लिए सही खानपान की आदतों वाली जीवन शैली अपनाने संबंधी जानकारी भी दी जायेगी।

उन्होंने बताया कि निःशुल्क जांच सह चिकित्सकीय परामर्श शिविर के आयोजन से पूर्व जिला भर के सभी स्वास्थ्य संस्थान, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और जीविका के क्लस्टर लेवल फेडरेशन (सीएलएफ) क्षेत्र में प्रचार- प्रसार के लिए लोगों के बीच हैंडबिल, पोस्टर, दिवाल लेखन के साथ–साथ ई.रिक्शा के माध्यम से माइकिंग करायी जाएगी। लोगों को शिविर के आयोजन के संबंध में जानकारी देते हुए उन्हें शिविर में अपनी जांच कराने और चिकित्सक से आवश्यक परामर्श लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

इसके साथ ही सदर अस्पताल स्थित एनसीडी क्लिनिक के मुख्य द्वार को नीली बत्ती और बैलून से तथा पूरे भवन को नीली रोशनी से सजाया जाएगा। इसके अलावा जिला के पीएचसी/एसडीच/एनसीडी क्लिनिक के अंतर्गत एवम बाह्य रोगियों के लिए एनसीडी जैसे उच्च रक्तचाप, तीनों प्रकार के सामान्य कैंसर के अंतर्गत आवश्यक दवाइयां इसेंशियल ड्रग लिस्ट और नॉन इसेंशियल ड्रग लिस्ट के अनुसार निःशुल्क उपलब्ध करायी जाएगी ।

ये हैं मधुमेह के लक्षण और बचाव के उपाय :

1. बार – बार पेशाब होना ।
2. अधिक प्यास लगना ।
3. कमजोरी लगना ।
4. वजन का घटना ।

बचाव के उपाय :

1. संतुलित भोजन ।
2. नियमित व्यायाम ।
3. नियमित जांच एवम उपचार ।
4. साइकिल चलाना ।
5. तैराकी करना ।