दरभंगा। आज जनस्वास्थ्य से जुड़ा और बहुप्रतीक्षित दरभंगा एम्स का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया।इस दिन की प्रतीक्षा पूरे शहर वासियों को थी। इस ऐतिहासिक मौके पर बोलते हुए दरभंगा के सांसद डॉ गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि आज का दिन संपूर्ण मिथिलावासियों के लिए ऐतिहासिक दिन है। आज बहुप्रतीक्षित दरभंगा एम्स का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया।इस अवसर पर सांसद ने सर्वप्रथम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया,बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकीशोर प्रसाद, रेणु देवी, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को आठ करोड़ मिथिलावासियों की ओर से धन्यवाद प्रकट किया ।
सांसद डॉ ठाकुर ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी सोच एवं दृढ़ निश्चय के कारण ही आज दरभंगा में एम्स का निर्माण संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मिथिला क्षेत्र के लोगों को उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सुविधा स्थानीय स्तर पर मुहैया कराने को मद्देनजर रखते हुए बिहार के दरभंगा में नए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना को मंजूरी दिया था। सांसद ने कहा की दरभंगा एम्स का निर्माण प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत हो रहा है। उन्होंने कहा कि दरभंगा एम्स के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एक निदेशक पद सृजित करने को भी मंजूरी दे दी है ।
सांसद डॉ ठाकुर ने कहा कि दरभंगा में 1264 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे एम्स में अस्पताल, मेडिकल और नर्सिंग पाठ्यक्रमों के लिए टीचिंग ब्लॉक, आवासीय परिसर और संबंध सुविधाओं/सेवाओं का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज,आयुष ब्लॉक, ऑडिटोरियम, नाइट सेंटर, गेस्ट हाउस, हॉस्टल और आवासीय मकान का भी निर्माण होगा।
सांसद डॉ ठाकुर ने कहा की एम्स में 100 यूजी (एमबीबीएस) के साथ 60 नर्सिंग बीएससी की पढ़ाई भी होंगी। इसके अलावा यहां पीजी, डीएम, एमसीएच जैसे सुपर स्पेशलिटी पाठ्यक्रम भी आरंभ किया जाएगा।
सांसद ने कहा कि दरभंगा में एम्स में 15-20 सुपर स्पेशलिटी डिपार्टमेंट होंगे जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा लोगों को उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराया जाएगा, उन्होंने कहा की एम्स बन जाने से प्रतिदिन लगभग 5000 रोगी का ओपीडी और प्रतिमाह 2000 रोगी का आईपीडी में इलाज होगा।
सांसद ने कहा कि एम्स राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है और उसी के अनुरूप दरभंगा में इसका निर्माण किया जा रहा है। इसके स्थापित हो जाने से संपूर्ण मिथिला क्षेत्र में लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा, चिकित्सा शिक्षा, नर्सिंग शिक्षा और अनुसंधान जैसे सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
सांसद डॉ ठाकुर ने कहा कि दरभंगा बन रहे इस 750 बेड की क्षमता वाले एम्स में इमरजेंसी, ड्रामा बेड, आईसीयू बेड, आयुष बेड, प्राइवेट बेड, स्पेशलिटी एवं सुपर स्पेशलिटी बेड शामिल होगा।
सांसद ने कहा कि दरभंगा में एम्स स्थापित हो जाने से यहां विभिन्न संकाय और गैर संकाय पदों पर लगभग 5000 लोगों को रोजगार मिलेगा एवं इसके अलावा एम्स के आसपास बनने वाले शॉपिंग सेंटर, रेस्ट हाउस, कैंटीन, होटल आदि सुविधाओं और सेवाओं के कारण प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 20000 रोजगार का सृजन होगा। उन्होंने ने कहा की आज से प्रारंभ हुए एम्स बुनियादी ढांचे के निर्माण कार्य के दौरान भी हजारों लोगों को पर्याप्त रोजगार मिलेगा।
सांसद ने कहा की एम्स के निर्माण हो जाने से दरभंगा शहर की सूरत बदल जाएगी और इससे उत्तर बिहार के 22 जिला सहित नेपाल के सीमावर्ती इलाके के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगा।उन्होंने कहा कि इसके निर्माण के बाद दरभंगा सहित उत्तर बिहार के लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा ।
इस कार्यक्रम में नगर विधायक संजय सरावगी, केवटी विधायक मुरारी मोहन झा, विधान पार्षद अर्जुन सहनी, डीएमसीएच अधीक्षक डॉ हरिशंकर मिश्रा, डीएमएची प्रिंसिपल डॉ एन के सिन्हा, जिलाध्यक्ष जीवछ सहनी, विवेकानंद पासवान, बैद्यनाथ झा बैजू, पारसनाथ चौधरी,अभयानंद झा, ज्योतिकृष्ण झा, सुजीत मल्लिक, कृष्ण भगवान झा, प्रेम कुमार मिश्र रिंकू, बालेंदु झा, अभिषेक कर्ण, तनवीर हसन, उमेश चौधरी, ध्रुव मंडल, मुचकुंद झा, डॉ अमोद झा, गौडी पासवान सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहें।