मेरठ में हो रहा है धर्म परिवर्तन।
#MNN@24X7 मेरठ।पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के मंगतपुरम में लगभग दो वर्षों से धर्म परिवर्तन कराने की बड़े जोर शोर से पाठशाला चल रही थी।एलआईयू या किसी अन्य सुरक्षा एजेंसी को धर्म परिवर्तन की चल रही पाठशाला की भनक तक नहीं लगी।शुक्रवार को जब खबर फैली तो बजरंगदल के कार्यकर्ता और समाजसेवी सचिन सिरोही मंगतपुरम पहुंचे।उन्होंने क्रिश्चियन धर्म से जुड़ी किताबें और आर्थिक मदद लेने वाले लोगों की लिस्ट खोज निकाली।धर्म परिवर्तन के मामले जब तूल पकड़ा तो शहर में हड़कंप मच गया।इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है।पुलिस ने महिला समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।पुलिस ने इस मामले में रमेश प्रधान को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।वहीं स्थानीय लोग विरोध करने ब्रह्मपुरी थाने पर पहुंच गए।
मिली जानकारी के मुताबिक 20-25 साल पहले बारांबकी से दस लोग मंगतपुरम आए और खाली पड़े प्लॉट में झुग्गी-झोपड़ी डालकर रहने लगे।अब इनकी संख्या 400 से अधिक है।वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए लागू हुए लॉकडाउन में इन लोगों को खाने पीने की चीजों की दिक्कत हुई तो मदद के लिए दिल्ली के महेश पासचर मंगतपुरम पहुंचे। महेश पासचर क्रिश्चियन बताए गए।आरोप है कि महेश पासचर ने हिंदू परिवारों को भरोसे में लेकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए गुमराह किया।
लॉकडाउन में मुफ्त राशन वितरण के बहाने धर्म परिवर्तन के लिए किया गुमराह।
मंगतपुरा में रह रहे लोगों का ढाई साल से धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था।पहले लॉकडाउन में कुछ लोगों ने मंगतपुरा में रहने वाले लोगों की मदद की।मदद करने के बहाने उन्हें धर्म परिवर्तन करने के लिए गुमराह करना शुरू कर दिया था।ये लोग अभी तक लगभग 400 लोगों का धर्म परिवर्तन करवा चुके हैं। धर्म परिवर्तन करने वाले कई लोगों को अब विदेशों से फंडिंग कर उनकी जरूरतों का सामान वितरण किया जा रहा है।
दिवाली के दिन लक्ष्मी गणेश की पूजा करने को लेकर हुए विवाद के बाद धर्म परिवर्तन कराने का राज खुला।इस मामले में 9 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।इसमे से पुलिस ने शनिवार को दो महिलाओं को हिरासत में लिया है।बाकी को पकड़ने के लिए पुलिस जुटी हुई है।वहीं हिंदू धर्म के लोगों की मांग है कि धर्म परिवर्तन करने वाले लोगो को यहां से निकाला जाए या फिर इन लोगो को हिंदू धर्म में वापस लाया जाए।
भरोसे में लेकर धर्म परिवर्तन के लिए किया प्रेरित।
आरोप है कि महेश पासचर ने कुछ लोगों को भरोसे में लेकर झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों को क्रिश्चियन धर्म से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। नतीजा यह हुआ कि लोग चर्च में जाने लगे और धर्म परिवर्तन भी किया। यह सिलसिला लगभग दो साल से चलते हुए बताया गया।शुक्रवार को मामला एसएसपी ऑफिस पहुंचा तो पुलिस प्रशासन कुंभकर्णी नींद से जागा।
बजरंगदल के दिलीप सिंह और समाजसेवी सचिन सिरोही ने बताया कि मंगतपुरम में मिलीं क्रिश्चियन धर्म की पुस्तकें और आर्थिक मदद लेने वालों की लिस्ट का रजिस्टर पुलिस को सौंपा गया है। कार्यकर्ताओं का कहना कि गरीबी का फायदा उठाकर लोगों का धर्मा परिवर्तन कराया गया।
चैम्पियन ने खोली मंगतपुरम की पोल।
जानकारी के अनुसार झुग्गी में रहने वाले चैम्पियन नाम के युवक ने धर्म परिवर्तन करने का विरोध किया है।लोगों के घरों से देवी-देवताओं के पोस्टर हटवाने के लिए रेलवे रोड निवासी अनिल और उसके साथियों को लगाया गया था।अनिल महेश पासचर का नौकर है। देवी-देवता के पोस्टर फाड़ने पर चैम्पियन ने समाजसेवी सचिन सिरोही को फोन कर सूचना दी। चैंपियन ने पुलिस को धर्म परिवर्तन कराए जाने के कई साक्ष्य समेत 50 से अधिक वीडियो सौंपे हैं।