सहजन की पत्ती का सेवन कर पाएं एनीमिया से मुक्ति- सीएस.
– विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सहजन को माना “वंडर फूड”
– सहजन का उपयोग रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर
– सहजन है कैल्शियम का नाॅन-डेयरी स्रोत

मधुबनी/ 22 जनवरी- कोरोना संक्रमण काल में सभी अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग हैं. जनमानस विभिन्न तरीकों से अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं ताकि संक्रमण के खिलाफ इनका शरीर एक मजबूत ढाल के रूप में काम कर सके. घरेलु एवं आस-पास उपलब्ध खाद्य सामग्रियों में पोषण और सेहत का खजाना छुपा होता है जिसे हम कई बार नजरंदाज करते हैं. इन्ही खाद्य पदार्थों में एक है सहजन, जिसे राज्य में सहजन, मुनगा आदि के नाम से जाना जाता है. सहजन के अपने भोजन में उपयोग कर हम कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं.विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सहजन को वंडर फ़ूड की श्रेणी में रखा है.

सहजन की पत्ती का सेवन कर पायें एनीमिया से मुक्ति-

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया सहजन हमारे स्वस्थ जीवन के लिए संजीविनी का काम करता है. सहजन और उसकी पत्तियों का इस्तेमाल अलग अलग तरीकों से किया जा सकता है और यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होता है. एनीमिया या रक्तअल्पता से ग्रसित लोगों के लिए यह रामबाण इलाज है. प्रतिदिन 100 ग्राम सहजन की पत्ती का सेवन करके रक्तअल्पता से निजत पायी जा सकती है. सहजन की पत्तियों में आयरन काफी मात्रा में पाया जाता है और यह सहजता से सभी जगह उपलब्ध होता है. अगर व्यक्ति एक माह तक सहजन की पत्ती का उपयोग अपने भोजन में करे तो रक्त की कमी दूर की जा सकती है.

सहजन है कैल्शियम का नॉन-डेयरी स्रोत:
डॉ. झा ने बताया, सहजन कई तरह के खनिजों से भरपूर होता है. यह कैल्शियम का नॉन-डेयरी स्रोत है. इसमें पोटैशियम, जस्ता, मैग्नीशियम, आयरन, तांबा और फॉस्फोरस जैसे कई पोषक तत्व शामिल होते हैं जो हमारे शरीर को फिट ही नहीं बल्कि इसके इसके सही विकास में भी सहायक होता है. उन्होंने बताया कि यदि छोटे बच्चों के पेट में कीड़े हों तो उन्हें सहजन के पत्तों का रस देना चाहिए. कृमि संक्रमण बच्चों में रक्तअल्पता का प्रमुख कारण माना जाता है.


ये हैं सहजन के उपयोग के फायदे
सहजन आपकी इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करता है.
सुपाच्य होने के कारण लीवर को स्वस्थ रखने में कारगर सिद्ध होता है.
कैल्शियम से भरपूर होने के कारण साईटीका, गठिया से ग्रसित लोगों के लिए लाभप्रद
जिन्हें पथरी की समस्या हो उनके लिए सहजन का उपयोग लाभकारी
बच्चों के पेट में अगर कीड़े हों तो इसके पत्तियों का रस का सेवन लाभकारी
कॉलेस्ट्रोल कम करने में सहायक
मधुमेह रोगियों के लिए लाभप्रद

सहजन को आयुर्वेद में अमृत के समान माना गया है, क्योंकि सहजन को 300 से ज्यादा बिमारियों की दवा माना गया है. इसकी नर्म पत्तियां और फल दोनों ही सब्जी के रूप में इस्तेमाल किये जा सकते हैं. सहजन के फल और पत्तियों का इस्तेमाल अलग अलग तरीकों से किया जा सकता है.