#MNN@24X7 दरभंगा, 02 नवम्बर- कृषि मंत्री, बिहार सरकार कुमार सर्वजीत ने दरभंगा मखाना अनुसंधान केन्द्र का निरीक्षण कर मखाना खेती एवं मखान उत्पादन की प्रक्रिया का गहन अवलोकन किया।
  
निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा कि किस तरह मखाना बीज को गर्म कर मशीन द्वारा फोड़ा जाता है और उसमें से मखाना निकाला जाता है।
  
उन्होंने मखाना अनुसंधान केन्द्र के अध्यक्ष डॉ. इन्दु शेखर सिंह को मखाना के समेकित कृषि प्रणाली के विभिन्न तत्वों को समावेशित करने की दिशा में प्रयास करने का निर्देश दिया।
  
उक्त अवसर पर मखाना अनुसंधान केन्द्र के अध्यक्ष द्वारा मंत्री महोदय को मखाना उत्पादन से संबंधित सभी अद्यतन जानकारी दी गयी।
 
मखाना अनुसंधान केन्द्र के निरीक्षण के उपरान्त उन्होंने विभागीय पदाधिकारियों के साथ मखाना उत्पादन को प्रोत्साहित करने को लेकर अनुसंधान केन्द्र के अध्यक्ष डॉ. इन्दू शेखर सिंह, संयुक्त निदेशक (शस्य) चन्द्रशेखर सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी संजय सिंह एवं अन्य संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
 
बैठक के उपरान्त मखाना अनुसंधान केन्द्र, दरभंगा में संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विगत 02 से 03 वर्षों में मखाना की कीमत में गिरावट आई है, इससे हमारे मखाना किसानों में मायूसी है। इसके लिए 28 एवं 29 नवम्बर को बापू सभागार, पटना में एक सेमिनार का आयोजन किया गया है, जिसमें अन्य राज्यों से मखाना के बड़े-बड़े व्यापारी को बुलाया गया है। इस सेमिनार में हम जानना चाहेंगे कि किस तरह मखाना के किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुँचाया जा सके।
 
उन्होंने कहा कि अभी-अभी उन्होंने जिस मशीन का अवलोकन किया है, उसे कृषि यांत्रिकरण मशीनों में शामिल किया जाएगा, ताकि किसानों को सब्सिडी पर यह मशीन उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि मखाना किसानों की दूसरी समस्या मखाना संग्रहण की है, स्थानीय स्तर पर भंडार गृह नहीं होने के कारण वे इसका भंडारण नहीं कर पाते है और बड़े व्यवसायी इसका लाभ उठाकर सस्ते मूल्य पर मखाना खरीद लेते हैं, इसके लिए विभग द्वारा पंचायत स्तर पर भंडार गृह की व्यवस्था की जाएगी।
 
उन्होंने कहा कि किसानों की दूसरी समस्या उर्वरक की रहती है। कृषि विभाग के अधिकारियों के रहने के बावजूद उर्वरक की कालाबाजारी की शिकायत मिलती रहती है। उन्होंने यह महसुस किया है कि जो व्यवासायी(सी. एन. एफ.) केन्द्र सरकार से उर्वरक लेते हैं, वे नियम का पालन नही करते हैं और प्रखण्ड स्तर के डीलर को ऊँची कीमत पर उर्वरक देते हैं, इसके लिए राज्य स्तरीय विभागीय उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है, जो अचानक रैक प्वाईंट पर छापामारी करेगी और छापामारी में सी.एन.एफ. वाले भी अगर पकड़े जाते हैं, तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
 
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि अगर आपके नजर में कोई कालाबाजारी है, तो हमें निश्चित रूप से सूचित करें, ताकि उसके विरूद्ध कार्रवाई की जा सके।
 
तदोपरान्त माननीय मंत्री द्वारा जिला अतिथि गृह में कृषि विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर दरभंगा में चल रहे विभागीय योजनाओं की स्थिति की जानकारी ली गयी तथा सभी पदाधिकारियों को अपने कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये गए।

उक्त बैठक में मंत्री, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण संगठन ललित कुमार यादव, कृषि विभाग के सचिव एन. श्रवण कुमार, संयुक्त निदेशक(शल्य) चन्द्रशेखर सिंह, संयुक्त निदेशक (उपादान) समीर कुमार, संयुक्त निदेशक (सांख्यिकी) शंकर कुमार चौधरी एवं अन्य संबंधित पदाधिकारीगण उपस्थित थे।