•निक्षय पोषण राशि डीबीटी एवं नोटिफिकेशन संबंधी समीक्षा।
•जिले से डीपीसी, डीपीएस, एसटीएस, एसटीएलएस हुए
शामिल।
• अक्टूबर 2022 मे 296 मरीजों को किया गया चिन्हित।

मधुबनी/5 नवंबर। जिले को यक्ष्मा रोग (टीबी) मुक्त बनाने के लिए सदर अस्पताल के एएनएम सभागार में एनटीईपी (नेशनल ट्यूबक्यूलोसिस एलिमिनेशन कार्यक्रम) के अंतर्गत निक्षय पोषण राशि डीबीटी एवं टीबी नोटिफिकेशन के संबंध में जिला स्तरीय मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के यक्ष्मा कार्यालय के सीडीओ सहित सभी कर्मी सम्मिलित हुए।

बैठक के दौरान सीडीओ डॉ. जीएम ठाकुर ने निर्देश दिया कि टीबी के कंफर्म मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों का गृहभ्रमण कर आईएनएच की गोली सुनिश्चित की जाए. उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा प्राइवेट एवं पब्लिक प्लेस से टी.बी.मरीज का नोटिफिकेशन किया जा रहा है।मरीज का नोटिफिकेशन करते हुए बैंक खाता विवरणी, डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन और आधार डिटेल सम्बंधित स्वास्थ्य केंद्र के एसटीएस/एसटीएलएस को उपलब्ध करावें। प्राइवेट डॉक्टर को मरीज के नोटिफिकेशन पर 500 रु. तथा आउटकम पर भी 500 रु.देने का प्रावधान है। एमडीआर मरीजों को मिलने वाली राशि का लक्ष्य के अनुसार भुगतान किया जाए। प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के साथ समन्वय कर गृह भ्रमण टीमों के सदस्यो को सभी पंजीकृत टीबी रोगियों का घर भ्रमण कर संपर्क में रहने वाले 5 वर्ष तक के बच्चों एवं वयस्कों में टीबी की स्क्रीनिंग करने का निर्देश दिया गया तथा योग्य बच्चों की लाइन लिस्टिंग करवाने का निर्देश दिया गया.

जिले मे प्राइवेट क्लिनिक के साथ काम करने वाली संस्था डॉक्टर फॉर यू को निर्देश दिया गया कि उनके द्वारा नोटिफिकेशन किए गए यक्ष्मा मरीजों का डाक्यूमेंट्स समय से ऑफिस को उपलब्ध कराये जाएं | जिससे वैलीडेशन कर डीबीटी निक्षय पोषण राशि के भुगतान में विलम्ब नहीं हो. साथ हीं कहा गया कि मरीज का घर विजिट किया जाए और उसमें तेजी लायी जाए । सभी एसटीएस/एसटीएलएस को निर्देश दिया गया कि दवा खा रहे मरीजों का गृह भ्रमण उपलब्ध कराये गए दोपहिया वाहन से विजिट करें.

अक्टूबर 2022 में टीबी के 296 मरीज चिन्हित :

जिले में अभी जनवरी 2022 से सितम्बर 2022 तक सरकारी संस्थान से 2106 मरीज, प्राइवेट संस्थान से 1536 कुल 3642 टीबी मरीज चिन्हित किया गया है. वहीं अक्टूबर माह में 296 मरीज चयनित किया गया जिसमें 4 मरीज एमडीआर टीबी के थे. ज्ञात हो की मरीजों के उपचार के दौरान उन्हें सरकार द्वारा हर महीने 500 रुपये पोषण राशि के रूप में दिए जाने का प्रावधान है.

निक्षय मित्र बन टीबी उन्मूलन अभियान में आम जन भी निभा सकते हैं अहम भूमिका:

बैठक के दौरान सीडीओ डॉक्टर जीएम ठाकुर ने बताया टीबी से ग्रसित मरीजों के लिए सामान्य नागरिक, गैर सरकारी संस्थान, जनप्रतिनिधि सहित अन्य लोगों को निक्षय मित्र बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। निक्षय मित्र बन कर टीबी मरीजों को सहायता करने के लिए स्वास्थ्य विभाग लोगों से अपील कर रहा है । ताकि जिले में टीबी से ग्रसित मरीजों को मदद मिल सके। निक्षय मित्र टीबी मरीजों को पोषण के साथ साथ रोजगार के लिए अवसर उपलब्ध करा सकते हैं।

निक्षय मित्र बनने के लिए जिला यक्ष्मा केंद्र से कर सकते हैं सम्पर्क:

डीपीसी पंकज कुमार ने बताया निक्षय मित्र बनने के लिए अपने जिला यक्ष्मा केंद से संपर्क किया जा सकता है। निक्षय मित्र बनने के लिए communitysupport.nikshay. in पर लॉगिन कर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान पर क्लिक कर निक्षय मित्र रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर क्लिक कर कर अपनी पूरी जानकारी देकर इस अभियान से जुड़ा जा सकता है। इसके अलावा इस निक्षय हेल्प लाइन नंबर 1800116666 पर कॉल कर के विस्तृत जानकारी ली जा सकती है। वहीं निक्षय मित्र बनने के लिए टीबी से ग्रसित मरीजों की सहमति लेकर पोषण के लिए उन्हें सहायता उपलब्ध करानी होगी।

समीक्षा बैठक में डीपीसी पंकज कुमार, डीपीएस राजा राम भारती, अनिल कुमार, सत्य नारायण शर्मा, भुवन नारायण कंठ, मोहम्मद अमीरूद्दीन, लैब टेक्निशियन, एसटीएस, एसटीएलएस, डॉक्टर्स फॉर यू , आई आई एच इंडिया, डीएफआईटी के कर्मी मौजूद रहे।