#MNN@24X7 दरभंगा। 14 नवंबर, पिछले दिनों विद्यापति पर्व समारोह के दौरान 8 नवंबर की रात को पत्रकार वीरेंद्र प्रसाद पर हुए जानलेवा हमले के खिलाफ भाकपा माले, इंसाफ मंच और इनौस ने संयुक्त रूप से नागरिक मार्च निकाला।
मौके पर माले जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने इस घटना की भर्त्सना करते हुए कहा कि शहर में पुलिस-प्रशासन की नाक के नीचे एक पत्रकार पर हमला होता है और कई दिन बीत जाने पर भी दोषियों और साजिशकर्ताओं की कोई खोज-खबर नहीं मिल पाना प्रशासन पर गंभीर सवाल पैदा करता है।
आगे उन्होंने कहा कि इस नागरिक मार्च के ज़रिए हम साफ सन्देश देना चाहते हैं कि अगर प्रशासन दोषियों और साजिशकर्ताओं पर कड़ी कारवाई नहीं करता है तो एक बड़ा जनांदोलन होगा दरभंगा में। भाकपा-माले अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमले के खिलाफ़ हमेशा संघर्षरत रही है, न्याय मिलने तक तीव्र संघर्ष जारी रहेगा।
मौके पर इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष नियाज़ अहमद ने कहा कि भले ही राज्य में सत्ता परिवर्तन हो गया हो लेकिन स्थानीय पुलिस प्रशासन पर अब भी एक पार्टी विशेष का दबदबा है। एक खास विचारधारा द्वारा दलितों और अल्पसंख्यकों पर लगातार किए जा रहे हमले की कड़ी के तौर पर इस पूरी घटना को देखा जाना चाहिए। दलित पत्रकार वीरेंद्र प्रसाद पर हुए कातिलाना हमले से स्पष्ट है कि पुलिस प्रशासन कैसे जाति-वर्ग को देख कर कारवाई में सुस्ती बरतती है।
इंक़लाबी नौजवान सभा के राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने हमलावरों को घटनास्थल से भगाने वाले दोषियों को करवाई के दायरे में लाने के साथ ही जिले में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर मुकम्मल पहलकदमी की माँग रखी।
नागरिक मार्च में माले नगर सचिव सदीक भारती, नंदलाल ठाकुर, प्रो. कामेश्वर पासवान, इंद्रजीत राम, सूरज महतो, रंजन सिंह, भूषण मंडल, शिवन यादव, धर्मेश यादव, उमेश ठाकुर, सविता देवी, बसंती देवी, शीला देवी, प्रेमिया देवी सहित बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी रही।