राज्य नोडल अधिकारी और विवि नोडल अधिकारी की भूमिका का जांच हो – आइसा।

बीएड स्पॉट नामांकन में राज्य नोडल पदाधिकारी का हस्तक्षेप क्यो, जबाब दे विवि प्रशासन- प्रिंस राज।

#MNN@24X7 दरभंगा 16 नवंबर। आइसा जिला अध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा की मिथिला विवि में बीएड नामांकन बड़े पैमाने पर धांधली हुई हैं। निजी बीएड कॉलेज की मनमानी चरम है। फीस से अधिक पैसा लेकर निजी बीएड कॉलेज द्वारा मनमाना ढंग से नामांकन लिया गया है। वही सरकारी कॉलेज में आरक्षण रोस्टर का बरे पैमाने पर धांधली हुई है। दूरस्थ शिक्षा निदेशालय द्वारा संचालित बीएड रेगुलर कोर्स में भी बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। स्पॉट राउंड में 43 शीट बचे हुए थे।

जिसमे विभाग द्वारा आवेदन मांगा गया। जिसमें कुल लगभग 800 आवेदन जमा हुआ। जिसमें रोस्टर के आधार पर प्रथम लिस्ट निकाला गया। लिस्ट में गरबरी होने पर पुनः लिस्ट को रद्द कर दुबारा लिस्ट निकाला गया। एक तो स्पॉट नामांकन में लिस्ट निकालने का कोई प्रावधान नही है। लेकिन फिर भी विभाग द्वारा लिस्ट निकाला गया। प्रथम लिस्ट में 43 शीट में से 26 शीट पर नामांकन हुआ और 17 शीट बच गया। जिसके बाद पुनः 2nd लिस्ट निकाला गया। जिसमें बड़े पैमाने पर धांधली हुई है।

जिसके बाद छात्र का आंदोलन हुआ और द्वितीय लिस्ट को तत्काल रद्द कर दिया गया। और वहा उपस्थित छात्रो से पुनः आवेदन लिया गया। जिसके बाद विवि प्रशासन द्वारा लिस्ट निकालने की बात कही गई। जिसके बाद पुनः लिस्ट निकाला गया। लिस्ट निकालने के कुछ घंटा बाद ही पुनः लिस्ट को रद्द कर दिया गया। जिसके बाद विभाग द्वारा नामांकन लेने में अक्षम बताते हुए विवि को नामाकन लेने की बात कही गई। जिसके बाद आंदोलनकारी का कुलपति से वार्ता हुआ और कुलपति महोदय ने अस्वाशन दिया कि निष्पक्ष तरिके से नामांकन लिया जाएगा।

जिसके बाद राज्य नोडल अधिकारी द्वारा चुप चाप पैसा पैरवी के आधार 10 छात्रो का नामांकन ले लिया गया। (जबकि उक्त नामांकन में हस्तक्षेप नही करना चाहिए।) और उसके तुरंत बाद दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के पैड पर एक नोटिस निकाला गया कि शेष 7 शीट पर पहले आओ पहले पाओ के आधार पर नामाकन लयय जाएगा। जब छात्रो की इसकी जानकारी मिली तो छात्रो के द्वारा राज्य नोडल पदाधिकारी को बंधक बनाया गया। जिसके बाद उन्होंने तुरंत नोटिस निकाला कि तत्काल 10 शीट पर हुए नामाकन को स्थगित किया जाता है और पुनः मेरिट के आधार पर नामाकन लयय जाएगा। और आज यह स्थिति है कि सभी शीटों पर चुप चाप नामांकन ले लिया गया।

आइसा जिला अध्यक्ष प्रिंस ने कहा है कि इस पूरे प्रकरण में राज्य नोडल पदाधिकारी व विवि नोडल पदाधिकारी की पूरे ताल मेल से शीटों की हेरा फेरी की गई है। 43 शीट पर हुए नामाकन तथा अधिकारी के घालमेल की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा कि नामांकन के मामले में राज्य नोडल अधिकारी को कोई हस्तक्षेप नही करना चाहिए।

आइसा नेता ने कहा है कि 17 शीट पर पुनः मेरिट के आधार पर नामांकन लिया जाए।