दरभंगा में आइसा-छात्र राजद कार्यकर्ताओ ने रोकी ट्रेन व कई सड़के की बाधित।

दमन व गिरफ्तारी और मुकदमे की वापसी लेने की कर रहे थे मांग।

बन्द समर्थकों ने मिथिला विवि को कराया बन्द।

सरकार दे रही झांसा, रोजगार के सवाल पर उठ खड़ा हुआ आंदोलन अब रूकेगा नहीं।

दरभंगा 28 जनवरी 2022

रेलवे NTPC में रिजल्ट घोटाला की जांच कराने, RRB NTPC के पीटी रिजल्ट में पदों का 20 गुना संसोधित रिजल्ट और ग्रुप D में केवल एक परीक्षा लेने, रेलवे अभ्यर्थी पर से झूठा मुकदमा वापस लेने, छात्रो पर लाठी चार्ज करने वाले को गिरफ्तार करने, नौजवानों को 19 लाख रोजगार देने की वादा को पूरा करने सहित अन्य मांगों पर आज आइसा-इनौस के द्वारा राज्यव्यापी बिहार बन्द का आवाहन थे। जिसे बिहार की विपक्षी पार्टियों द्वारा भी समर्थन दिया गया था। इसी कड़ी में आज आइसा-छात्र राजद के द्वारा अहले सुबह ही दरभंगा स्टेशन पर दरभंगा नई दिल्ली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को लगभग 15 मिनट तक रोक दिया। बन्द का नेतृत्व आइसा जिला सचिव मयंक कुमार यादव, जिला अध्यक्ष प्रिंस राज, छात्र राजद के जिला अध्यक्ष प्रवीण कुमार यादव, प्रदेश महासचिव विजय कुमार आर्यन, इनौस के राज्य कमिटी सदस्य पप्पू खान कर रहे थे। ट्रेन जाम के बाद आक्रोशित प्रदर्शनकारी ने मियूजियम गुमटी, आयकर चौक को घंटो जाम किया। जिसके बाद मिथिला विवि को बन्द कराया।
मार्च व सरक जाम का नेतृत्व आइसा जिला सह सचिव राजू कर्ण, विशाल कुमार माझी, छात्र राजद नेता मनीष कुमार यादव, मुकेश कुमार यादव ने किया।

सभा को संबोधित करते हुए आइसा जिला अध्यक्ष प्रिंस राज व जिला सचिव मयंक कुमार यादव ने कहा कि छात्र-युवा आंदोलन के दबाव में सरकार आरआरबी एनटीपीसी की परीक्षा के रिजल्ट को लेकर जांच कमिटी बनाने तथा ग्रुप डी में परीक्षा स्थगित करने का झांसा दे रही है. यूपी चुनाव के बाद सरकार अपने आश्वासन से फिर पीछे भाग जाएगी. इस बार छात्र-युवा सरकार के झांसे में नहीं आने वाले हैं. उन्होंने बिहार की नीतीश सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि 19 लाख रोजगार के वादे से यह सरकार भी पीछे भाग गई है. अब छात्र-युवा हर चीज का हिसाब लेंगे।

वही छात्र राजद के जिला अध्यक्ष प्रवीण कुमार यादव, प्रदेश महासचिव विजय कुमार आर्यन ने कहा कि कुछ लोग आज बिहार बंद का विरोध कर रहे थे, लेकिन बिहार का छात्र-युवा जाग चुका है और अब किसी भी प्रकार की तिकडबाजी का शिकार नहीं होने वाला है. कहा कि ग्रुप डी मामले में परीक्षा स्थगित की गई है. यह समझ से परे है कि ग्रुप डी तक की नौकरियों के लिए दो परीक्षा क्यों होगी? इसमें भी अभ्यर्थियों की साफ मांग है कि पहले के नोटिफिकेशन के आधार पर केवल एक परीक्षा ली जाए और दूसरे नोटिफिकेशन को रद्द किया जाए. इसमें भी कोई कन्फयूजन नहीं है. रेलवे जानबूझकर मामले को उलझा रहा है. छात्र-युवा इस बार सरकार के झांसे में नहीं आने वाले हैं।

वही आइसा नेता राजू कर्ण व छात्र राजद नेता मनीष कुमार यादव ने कहा कि सरकार जब तक प्रदर्शनकारी छात्र पर से मुकदमा वापस नही लेती है और लाठी चलाने वाले पुलिस कर्मी को बर्खास्त नही करती है तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
बन्द कार्यक्रम में आइसा पूर्व जिला सचिव विशाल कुमार माझी, मोहम्मद सहाबुद्दीन, मोहम्मद तालिब, साजन कुमार, रौशन कुमार, इनौस जिला अध्यक्ष केशरी कुमार यादव, राज्य कमिटी सदस्य पप्पू खान, समीर अल्फ़ाज़, मुकेश यादव, रितिक कुमार,
सन्नी यादव, भाकपा(माले) राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार, जिला स्थायी समिति सदस्य अशोक कुमार पासवान सहित दर्जनों लोग शामिल थे।