दरभंगा,02 फ़रवरी,2022: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में स्थित ललित पार्क में स्व० ललित नारायण मिश्र की शताब्दी जयंती वर्ष के अवसर पर ललित बाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कार्यक्रम माननीय कुलपति प्रो० सुरेंद्र प्रताप सिंह के अध्यक्षता में हुई। माननीय कुलपति महोदय ने कहा कि स्व० ललित बाबू जैसे व्यक्तित्व के व्यक्ति सदी में विरले ही जन्म लेते है। स्व० ललित बाबू माँ भारती के सेवा के साथ साथ जन्मभूमि बिहार के विकास के लिए सदैव तत्पर रहे। उनके सकारात्मक सोच और ऊर्जा के कारण ही देश के कई झेत्रों में रेल विभाग ने कीर्तिमान स्थापित किया और बिहार में बड़ी रेल लाइन उन्ही के दूरदर्शी सोच का परिणाम है। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना के कारण आज का कार्यक्रम माल्यार्पण तक ही सीमित रखना पड़ रहा है, लेकिन वातावरण ठीक होने के बाद ललित बाबू की जन्मसदी के मौके पर वृहत्त कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। प्रति कुलपति प्रो० डॉली सिन्हा ने कहा कि मैथिली भाषा को भारतीय लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में शामिल कराने का श्रेय भी ललित बाबू को ही जाता है, जिसका लाभ इस झेत्र के लोगों को अधतन प्राप्त हो रहा है। मुख्य अतिथि के रूप में श्री नीतीश मिश्र , माननीय विधायक ने कहा कि ललित बाबू ने जो विकास की बुनियाद रखी थी उसी पर बिहार आगे बढ़ते हुए नए कीर्तिमान स्थापित कर सकता है।उन्होंने कहा कि कुछ करने के लिये सौ वर्षों तक जीवित रहना आवश्यक नहीं है बल्कि अल्पसमय में भी ऐसे कार्य किये जा सकते हैं ताकि लोग आगे सौ वर्षों तक उनके कार्य अविस्मरणीय रहे। ललित बाबू ऐसे ही विरल व्यक्तित्व थे। माननीय नगर विधायक श्री संजय सरावगी ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि आदरणीय ललित बाबू जन जन के नेता के साथ ही समाज और राष्ट्र के हित के लिये अनवरत सेवारत रहें। जनसेवा के क्रम में ही वे शहीद हो गए। माननीय अधिषद सदस्य डॉ० बैधनाथ चौधरी बैजू ने अपने संबोधन में भारत सरकार को धन्यवाद ज्ञापित किया कि इस बार के बजट में स्व० ललित बाबू एवं स्व० कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की तथा समस्तीपुर रेलवे जंक्शन का नाम ललित बाबू के नाम पर रखने का प्रस्ताव दिया है।आगत सम्मानित अतिथियों एवं उपस्थित जनों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कुलसचिव प्रो० मुश्ताक अहमद ने कहा कि मिथिला और बिहार के प्रत्येक घर में ललित बाबू की जयंती मनाई जानी चाहिये। आजादी के अमृत महोत्सव, विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती वर्ष में ललित बाबू का जन्मशती वर्ष होना एक ऐतिहासिक एवं सुखद संयोग है। कोरोना के उपरांत अनुकूल स्थिति होने पर विश्वविद्यालय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी जनप्रतिनिधियों के सहयोग और निर्देश पर ललित बाबू के जन्मशती समारोह भव्यतापूर्वक आयोजित की जायेगी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, पदाधिकारी, कर्मचारी,सामाजिक कार्यकर्ता तथा छात्र छात्रा उपस्थित थे।