दरभंगा, 04 फरवरी 2022 :- समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में जिलाधिकारी राजीव रौशन की अध्यक्षता में जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत विभिन्न 11 घटकों के अंतर्गत कार्य की प्रगति की समीक्षा की गयी।

उप विकास आयुक्त तनय सुल्तानिया द्वारा पावर पॉइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया गया कि सुदूर संवेदन के द्वारा एवं निरीक्षण कर जिला स्तर पर चिन्हित किए गए सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं को चिन्हित कर अतिक्रमण मुक्त करने के अभियान के अंतर्गत 555 संरचनाओं को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है।

      जिले में सार्वजनिक पोखर/तालाब का जीर्णोद्धार कार्यक्रम के अंतर्गत मनरेगा द्वारा 243 योजना ली गयी थी, जिनमें से 230 में जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण कराया जा चुका है तथा 07 में कार्य प्रगति पर है।
लघु सिंचाई द्वारा जीर्णोद्धार के लिए 24 योजनाएं ली गई थी, जिनमें से 19 में कार्य प्रारंभ कराया गया है एवं 14 में जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण हो चुका है।
     तलाब/पोखर, आहर, पइन का जीर्णोद्धार योजना के अंतर्गत मनरेगा द्वारा अहिल्या स्थान अवस्थित गौतम कुंड का सौंदर्यीकरण एवं जीर्णोद्धार का कार्य कराया गया है। जिसके अंतर्गत गौतम कुंड के चारों ओर घाट का निर्माण एवं पार्क का निर्माण कराया गया है। *जिलाधिकारी ने वहाँ खुले में जिम निर्माण कराने के निर्देश दिए।*
       उप विकास आयुक्त ने बताया कि गौड़ाबौराम में भी एक तलाब को मॉडल के रूप में जीर्णोद्धार व  सौंदर्यकरण कार्य कराया गया है।

    बैठक में बताया गया कि मत्स्य विभाग द्वारा एनओसी प्राप्त नहीं होने के कारण 157 निजी पोखरों पर उड़ाहीकरण का कार्य नहीं हो पा रहा है।
      निजी खेतों में पोखर को उड़ाहीकरण हेतु 496 योजनाएं ली गयी थी, जिनमें से 473 में उड़ाहीकरण का कार्य कराया गया है।
     निजी पोखरों का सर्वेक्षण कर एनओसी समय पर उपलब्ध नहीं कराने के लिए जिलाधिकारी द्वारा 09 मत्स्य प्रसार पदाधिकारी एवं पशुपालन विभाग के कनीय अभियंता का वेतन स्थगित कर दिया गया है।
         उप विकास आयुक्त ने बताया कि छोटी नदी नालों व पहाड़ों में चेक डैम का निर्माण घटक के अंतर्गत मनरेगा के द्वारा 23 चेक डैम बनवाये गये हैं। लघु जल संसाधन विभाग द्वारा इस वर्ष चेक डैम की 3 योजनाओं ली गई हैं।
    उन्होंने बताया कि 103 पाईन में जीर्णोद्धार का काम प्रारंभ कराया गया था, जिन्हें पूर्ण कर लिया गया है।
    जिले के ग्रामीण क्षेत्र में 1293 एवं शहरी क्षेत्र में 40 सार्वजनिक कुआं जीर्णोद्धार के लिए चिन्हित हैं। जिनमें से ग्रामीण क्षेत्र में 403 एवं शहरी क्षेत्र में सभी 40 कुओं में जीर्णोद्धार का कार्य कराया गया है।
पंचायती राज विभाग द्वारा 97 सार्वजनिक कुआं का चयन जीर्णोद्धार के लिए किया गया था और सभी में जीर्णोद्धार का कार्य करा लिया गया है।
     पीएचइडी द्वारा जीर्णोद्धार हेतु 324 कुओं को चिह्नित किया गया था। जिनमें से 318 में जीर्णोद्धार कार्य करवा लिया गया है। जिले में 140 पइन का चयन जीर्णोद्धार हेतु किया गया था जिनमे से 106 में कार्य पूर्ण करा लिया गया है।
   छत वर्षा जल संचयन के अंतर्गत शिक्षा विभाग के द्वारा 1744, स्वास्थ्य विभाग के 332, भवन निर्माण विभाग के 61, नगर विकास के 6, पंचायती राज के एक एवं अन्य आठ भवन चिन्हित किए गए हैं। संबंधित विभाग द्वारा इनका निरीक्षण कर जिओ टैग का कार्य किया जाना है।
   बैठक में बताया गया कि शिक्षा विभाग द्वारा अबतक मात्र 153 भवन का निरीक्षण किया गया है, जबकि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा निरीक्षण का कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है।
    जिलाधिकारी ने संबंधित विभाग को इस कार्य को उच्च प्राथमिकता देते हुए इन सबों का निरीक्षण कर 15 दिनों के अंदर जियो टैग करने का निर्देश दिया।
     छत वर्षा जल संचयन योजना के अंतर्गत बताया गया कि शिक्षा विभाग द्वारा 138 भवन में कार्य प्रारंभ कराया गया था 124 में कार्य पूर्ण करा लिया गया तथा 14 योजना में कार्य प्रगति पर है।
वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा 07 योजनाओं में कार्य प्रारंभ कराया गया, जिनमें से तीन में कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
     बताया गया कि चापाकल के पास सोखता बनाने की घटक में जिले के ग्रामीण क्षेत्र में 34 हजार 362 एवं शहरी क्षेत्र में 713 चापाकल चिह्नित हैं।
         ग्रामीण क्षेत्र में 1559 चापाकल में तथा शहरी क्षेत्र में 115 चापाकल में सोखता का निर्माण कराया गया है।
         नगर आयुक्त ने बताया कि शहरी क्षेत्र में चापाकल के समीप जगह नहीं रहने के कारण सोखता निर्माण नहीं हो पा रहा है।
     जिलाधिकारी ने पाईप के सहारे पानी को कुछ दूर ले जाकर या चापाकल के समीप ही सोखता का निर्माण करवाने का निर्देश दिया।
    पौधशाला सृजन व सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम की समीक्षा में बताया गया कि जिले में वन विभाग द्वारा 1 लाख 87 हजार 174 एवं ग्रामीण विभाग द्वारा 5 लाख 15 हजार 541 पौधा लगवाये गये हैं।
      डेढ़ एकड़ में टपकन सिंचाई की जा रही है, सौर ऊर्जा को प्रोत्साहन के तहत कुल 13 भवनों पर सोलर प्लेट लगवाए गए हैं तथा 4 हेक्टेयर के पोखर में 2 मेगा वाट का सोलर प्लेट लगाया गया।
बैठक में बताया जल-जीवन-हरियाली अभियान में दरभंगा जिले का बिहार में 16वां स्थान प्राप्त है।     जिलाधिकारी ने जिले के रैंक को अगले माह तक टॉप 10 के अंतर्गत लाने हेतु तेजी से काम करने तथा योजना में किए गए प्रावधान के अनुसार तालाब की उड़ाहीकरण करवाने, कृषि मत्स्य एवं लघु सिंचाई विभाग को अपने योजनाओं में शीघ्र प्रगति लाने के निर्देश दिए गए।

         बैठक में नगर आयुक्त अखिलेश प्रसाद सिंह, अपर समाहर्ता विभूति रंजन चौधरी, डीसीएलआर सदर सादुल हसन, उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, जिला पंचायती राज पदाधिकारी आलोक राज एवं संबंधित पदाधिकारी गण उपस्थित थे।