-ल. ना. मिथिला विश्वविद्यालय की ओर से इंटरएक्टिव डिस्पले स्क्रीन के संचालन को लेकर प्राध्यापकों के लिए आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का हुआ समापन
-इंटरएक्टिव डिस्पले स्क्रीन पर बिल्कुल साफ और हाई क्वालिटी का ऑडियो लेक्चर भी सुन सकते हैं छात्र-छात्राएं : आरती कंसिल
#MNN24X7 कोरोना वायरस संक्रमण के बाद शिक्षा के क्षेत्र में लगातार नए बदलाव हो रहे हैं। ऑनलाइन कक्षाओं की उपयोगिता भी बढ़ गई है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय अपने छात्र-छात्राओं को इसके अनुकूल तैयार करने और उन्हें देश के विषय विशेषज्ञों से सीधे जोडऩे के लिए क्लास रूम को स्मार्ट बनाया है। ताकि, उनका लेक्चर सुन कर अपना ज्ञानवर्द्धन कर सकेंगे। उक्त बाते शनिवार को ल. ना. मिथिला विश्वविद्यालय की ओर से इंटरएक्टिव डिस्पले स्क्रीन के संचालन को लेकर प्राध्यापकों के लिए रसायनशास्त्र विभाग के सभागार में आयोजित प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन समापन सत्र को संबोधित करते हुए विकास पदाधिकारी प्रो. सुरेंद्र कुमार ने कही।
प्रो. कुमार ने कहा कि इंटरएक्टिव डिस्पले स्क्रीन के माध्यम से वर्गों में आनलाइन और आफलाइन दोनों वर्ग एक साथ गुणवत्ता के साथ चलाई जायेंगी। माननीय कुलपति ने यह अनूठी पहल शिक्षा के माध्यम से दूरदराज तक पहुंच बढ़ाने के लिए की है। विश्व विद्यालय परिसर में संचालित सभी विभागों में इंटरएक्टिव डिस्पले स्क्रीन की व्यवस्था की गई है, जिससे विद्यार्थी कक्षा में उपस्थित होकर ही अन्य महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के विषय विशेषज्ञों की कक्षाओं में शामिल हो सकेंगे। प्रो. कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे पाठ्यक्रम बदलाव को ध्यान में रखते हुए तैयारियां की जा रही हैं। उसी के अंतर्गत हर विभाग में इंटरएक्टिव डिस्पले स्क्रीन की व्यवस्था की गई है। इससे छात्रों को नवीनतम लर्निंग टूल्स से पढ़ाया जा सकेगा।
दूसरे दिन प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए प्रशिक्षक आरती कंसिल ने कहा कि इंटरएक्टिव डिस्पले स्क्रीन की खासियत यह है कि इंटरनेट की सुविधा अगर नहीं है तो स्टूडेंट्स ईमेल पर दिए गए फोन नंबर पर कॉल कर इस स्मार्ट वर्ग से जुड़ सकते हैं। बिल्कुल साफ और हाई क्वालिटी का ऑडियो लेक्चर सुन सकते हैं। ये सबसे बेहतर अल्ट्रा एचडी स्क्रीन का भी काम करेगा। इसे इंटरैक्टिव स्क्रीन पैनल विथ व्हाइट बोर्ड कहा जाता है। यानी इस बोर्ड पर प्रोफेसर्स वीडियो के साथ एक्सप्लेन भी कर सकेंगे। पूरी वर्गों को टेक्निकल तौर पर कंट्रोल भी किया जाएगा। स्क्रीन पर जो कुछ भी लिखा जाएगा वो वर्ग के हर एक कोने से दिखेगा। इस पर पेंसिल और उंगलियों से भी लिखा जा सकता है। इसके अलावा हाई क्वालिटी कैमरा भी लगाया जाएगा। इस हाईटेक तकनीक के माध्यम से घर बैठे स्टूडेंट्स को भी बेहतर वर्चुअल क्लासेज मिल सकेंगी। दूसरे दिन प्रशिक्षण शिविर में विज्ञान संकाय, संगीत एवं नाटक विभाग के साथ उर्दू विभाग के प्राध्यापकों के साथ विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. शिशिर कुमार वर्मा, रसायनशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. प्रेम मोहन मिश्रा, संगीत एवं नाटक विभागाध्यक्ष प्रो. पुष्पम नारायण के साथ आईटी सेल के प्रतिनिधि गणेश पासवान, मुकुंद माधव, एसटी हसन व अन्य शामिल थे।