देश में साठ लाख से भी अधिक सरकारी खाली पदों पर भर्ती कर सम्मानजनक एवम् सामाजिक न्याय के साथ नौकरी की गारंटी करें केंद्र सरकार! – नीरज।
साम्प्रदायिक नफ़रत की आग में झोंक कर सार्वजनिक शिक्षा को पूंजीपतियों के हाथों बेच देना चाहती हैं मोदी सरकार!- प्रसेनजीत,
#MNN@24X7 दरभंगा 3 मार्च, आइसा -इंकलाबी नौजवान सभा(आरवाईए) के द्वारा सीएम लॉ कॉलेज में साम्प्रदायिक नफरत के खिलाफ व सस्ती शिक्षा-सम्मानजनक रोजगार,बेहतर स्वास्थ्य के लिए कन्वेंशन आयोजित किया गया!कन्वेंशन का संचालन आरवाईए के राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने किया।
आयोजित कन्वेंशन को सम्बोधित करते हुए भाकपा (माले) केंद्रीय कमिटी सदस्य व आरवाईए के राष्ट्रीय महासचिव नीरज कुमार ने कहा कि मोदी सरकार दो करोड़ प्रति वर्ष रोजगार का वादा करने वाली मोदी सरकार देश में साठ लाख से भी अधिक खाली पड़े पदों पर भर्ती करने के बजाय पदों को ही समाप्त करने में लगी हैं। भारतीय रेल से लेकर सेना तक में निजिकरण कर ठेके की नौकरी पर मजबूर किया जा रहा है। सरकारी संस्थानों को बेच कर पूंजीपतियों के हवाले किया जा रहा है। वहीं दुसरी तरफ देश का खजाना अडानी अम्बानी पर लुटाया जा रहा है। पिछले बजट में लगभग 11 लाख करोड़ रुपए का ऋण में छूट और अडानी को लाखो करोड़ रूपए का ऋण उपलब्ध कराना या साफ कर दिया है। मोदी सरकार के इस लूट और रोजगार से बदखली के खिलाफ देश भर में अभियान आरवाईए चलाएगी।
कन्वेंशन को सम्बोधित करते हुए आइसा के कार्यकारी महासचिव प्रसेनजीत ने कहा कि मोदी सरकार देश को साम्प्रदायिक नफ़रत की आग में झोंक कर सार्वजनिक शिक्षा को पूंजीपतियों के हाथों बेच देना चाहती हैं। नई शिक्षा नीति 2020 की वजह से मोदी सरकार शिक्षा में निजीकरण को बढ़ावा दे रही है और अनुदान आधरित सार्वजनिक शिक्षा व्यवस्था को कॉरपोरेट ऋण आधरित शिक्षा में बदलने की कोशिश आम अवाम को शिक्षा से बेदखल करेगा। उन्होंने कहा कि आइसा-आरवाईए मिल कर साम्प्रदायिक नफ़रत के खिलाफ एवम् शिक्षा-रोजगार की गारंटी के लिए देश भर में भगत सिंह राजगुरु सुखदेव की शहादत दिवस 23 मार्च से लेकर अम्बेडकर जयंती 14 अप्रैल एवम 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम दिवस 10 मई तक चलाएगी।
भाकपा(माले) जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने कहा की देश के छात्र-युवाओं को केंद्र की सरकार नफरत की आग में झोंक कर सत्ता चलाने में मशगूल है. आइसा-आरवाईए को गांव-गांव में जाकर अभियान चलाते हुए सरकार के खिलाफ आमलोगों को गोलबंद करना समय की मांग है.
संचालन करते हुए आरवाईए के राज्य सह सचिव ने कहा की जिस लॉ कॉलेज में हम कार्यक्रम कर रहे है ये पूरे उत्तर-बिहार का सबसे प्रतिष्ठित विधि महाविद्यालय है लेकिन सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन की गलत नीति की वजह से नामांकन बंद है. मिथिला विश्विद्यालय का दूरस्थ शिक्षा निदेशालय को केंद्र सरकार की गलत नीति ने बंद कर करवा दिया है. युवाओं को सम्मानजनक और सुरक्षित रोजगार के बदले ठेका पर जिल्लत भरी नौकरी करने पर मजबूर होना पर रहा है.इसके खिलाफ अभियान चला कर छात्र-युवाओं को संगठित किया जाएगा.
कार्यक्रम में आइसा जिला सचिव मयंक कुमार यादव,आरवाईए के प्रदेश उपाध्यक्ष रंजीत राम,विशाल कुमार मांझी,मिथिलेश पासवान,राहुल राज,सबा रौशनी,ओणम सिंह,संतोष कुमार, अनिकेत रंजन,कृष्ण कुमार,केशरी कुमार यादव,अरविंद राम, गुंजन कुमारी सहित सैकड़ों छात्र-युवा उपस्थित थे।