#MNN@24X7 जन सुराज पदयात्रा के दौरान सारण के पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े जनप्रतिनियों को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के लोग कह रहे हैं कि जन सुराज एक आंदोलन है तो मैं आपको बता दूँ कि जन सुराज कोई आंदोलन नहीं है. आंदोलन में मेरा भरोसा ही नहीं है। मानव सभ्यता के इतिहास को पढ़ने पर आप देखेंगे कि आंदोलन से कभी मानव सभ्यता का कोई भला नहीं हुआ हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया में फ्रांस की क्रांति को छोड़ दें तो बाकी कोई भी आंदोलन या क्रांति हुई है या होती है तो उससे सत्ता बदल सकते हैं। सत्ता से लोगों को हटा सकते है लेकिन नई सत्ता नहीं बना सकते हैं। किसी भी चीज को बनाना है तो उसके लिए समय लगता है एक बड़ी बिल्डिंग को आप एक दिन में गिरा सकते हैं लेकिन उसको एक दिन में बना नहीं सकते हैं। ये बात आपको समझनी पड़ेगी की जन सुराज एक अभियान है आंदोलन नहीं। जन सुराज का मकसद है समाज को मथकर सही लोगों को चिन्हित करना और उनकी मदद से एक नई राजनीतिक व्यवस्था बनाना।