दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के पीजी अंग्रेजी विभाग की ओर से रिसर्च राइटिंग विषय पर संचालित कार्यशाला के चौथे दिन रविवार को दो तकनीकी सत्र हुआ। सुबह 11:00 बजे से संचालित प्रथम तकनीकी सत्र में विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ए.के. बच्चन ने सत्र के रिसोर्स पर्सन, बी आर ए बिहार यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मधुर कुमार का स्वागत किया। प्रोफेसर मधुर कुमार ने ” स्टाइल एंड डॉक्यूमेंटेशन” विषय पर अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने अनेक प्रकार के रेफरेंसिंग स्टाइल जैसे एम एल ए, ए पी ए, शिकागो, वैंकूवर, हार्वर्ड रिफरेंस आदि से प्रतिभागियों को परिचित करवाया तथा सबसे लेटेस्ट एमएलए 9 रेफरेंसिंग स्टाइल के महत्वपूर्ण बिंदुओं को रेखांकित किया। विभाग की शोधार्थी सुश्री अंशु कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
पुनः 1:00 बजे से संचालित द्वितीय तकनीकी सत्र में, अंग्रेजी विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अरुणिमा सिन्हा ने “हाउ टू राइट ए रिसर्च थिसिस” विषय पर व्याख्यान दिया। प्रोफ़ेसर सिन्हा ने रिसर्च थीसिस की बारीकियां जैसे प्रीफेस, एक्नॉलेजमेंट, हाइपोथेसिस, रिसर्च क्वेश्चन, चैप्टराइजेशन, बिबलियोग्राफी समेत अनेक पहलुओं को रेखांकित किया। अनेक उदाहरणों के द्वारा प्रोफेसर सिन्हा ने एक उत्कृष्ट रिसर्च थीसिस के गुणों को शोधार्थियों से साझा किया। तकनीकी सत्र के अंत में धन्यवाद ज्ञापन विभाग की शोधार्थी सुश्री कुमारी रूपा द्वारा किया गया।
दोनों तकनीकी सत्रों के पश्चात प्रतिभागियों के जिज्ञासाओं का समाधान रिसोर्स पर्सन ने किया।
कार्यशाला में अनेक विश्वविद्यालयों के शिक्षकों तथा रिसर्च स्कॉलर्स के साथ-साथ अंग्रेजी विभाग के प्रो पुनीता झा, प्रो कुलानंद यादव, डॉक्टर ए के सिंह सम्मिलित थे। सत्रों का संचालन कार्यशाला संयोजक डॉ संकेत कुमार झा द्वारा किया गया।