राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी हैदराबाद से 6 वैज्ञानिकों का दल एफईटी कार्यक्रम अंतर्गत 21 दिनों के लिए पहुंचे कृषि विज्ञान केंद्र जाले

#MNN@24X7 दरभंगा, कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ दिव्यांशु शेखर ने बताया की, नवनियुक्त कृषि वैज्ञानिकों को FET कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न जिलों के साथ जोड़ा जाता है।जिसमें वैज्ञानिकों का दल गांव विशेष में किसानों के साथ विभिन्न तकनीकों को अपनाकर किसान कृषि एवं उनके सामाजिक आर्थिक स्थिति का विस्तृत विश्लेषण प्रतिवेदन तैयार करते हैं। जिसके आधार पर उस गांव के कृषि विकास की रूपरेखा तैयार कर अपना प्रतिवेदन संबंधित कृषि विज्ञान केंद्र एवं राष्ट्रीय कृषि प्रबंधन अकादमी को समर्पित करते हैं। इसी क्रम में 6 वैज्ञानिकों का एक दल जिसमें चांदनी सब्जी विभाग, प्रीति तिग्गा कृषि भौतिकी, प्रियंका मिश्रा पशुपालन, आशीष दुबे कृषि अभियांत्रिकी, रवि भूषण प्रसाद बीज विज्ञान एवं सुनील कुमार फल वैज्ञानिक सम्मिलित हैं।

कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से इन वैज्ञानिकों ने हनुमान नगर प्रखंड के पंचोभ गांव का चयन किया है। जिसमें वह अगले 15 दिनों तक कृषि की विभिन्न स्थितियों, किसानों के सामाजिक आर्थिक संरचना उपलब्ध संसाधन की जानकारी इकट्ठा करेंगे। साथ में किसानों के साथ दो संगोष्ठी का आयोजन करेंगे एवं आंकड़े एकत्र करने की पी आर ए टेक्निक का प्रयोग करेंगे।

ज्ञात हो कि कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा विगत 2 वर्षों से पांचों गांव में विभिन्न गतिविधियों को संचालित किया जा रहा है। इससे किसानों को हो रहे लाभ के स्तर की भी जानकारी प्राप्त होगी साथ ही कृषि विज्ञान केंद्र को भी अपनी आगे की कार्य योजना बनाने में मदद मिलेगी।

डॉ शेखर ने भारतीय कृषि प्रबंधन अकादमी के प्रधान वैज्ञानिक डॉ आलोक कुमार को आभार व्यक्त करते हुए बताया कि यह कृषि विज्ञान केंद्र के लिए एक सुनहरा अवसर है, जिसमें की कृषि विज्ञान केंद्र का चयन राष्ट्रीय संस्थान के द्वारा इस कार्यक्रम के लिए किया गया है। 15 दिनों तक इन वैज्ञानिकों के गांव में रहने का सीधा लाभ किसानों को प्राप्त होगा तथा वैज्ञानिकों भी नई जानकारियां और किसानों की चुनौतियों से अवगत हो पाएंगे।

वैज्ञानिकों के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने में कृषि विज्ञान के विभिन्न वैज्ञानिकों के साथ बैठक भी आयोजित की गई, जिसमें डॉ गौतम कुणाल, डॉ जगपाल, डॉक्टर सुधाकर, डॉ पूजा एवं डॉ चंदन ने भाग लिया।