बेहतर नैक ग्रेड हेतु स्वच्छता, कार्य विभाजन, डॉक्यूमेंटेशन, कार्य- पद्धति एवं भविष्य की योजनाओं का रखें विशेष ध्यान- कुलपति।

#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में पदाधिकारियों एवं उनके विभाग के वरीय एवं सक्रिय दो सहायकों की महत्वपूर्ण बैठक विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन स्थित सभाकक्ष में हुई, जिसमें नैक पीयर टीम की होने वाली निरीक्षण की तैयारी से संबंधित आवश्यक दिशा- निर्देश दिए गए।

कुलपति ने कहा कि यदि सभी विभागों की तैयारी अच्छी हो तो नैक में ‘ए’ ग्रेड प्राप्त किया जा सकता है। नैक पीयर टीम के सदस्य अति अनुभवी एवं जानकार होते हैं जो आप नहीं भी बताना चाहते हैं, वह भी सदस्य जान- समझ जाते हैं।

कुलपति ने कहा कि बेहतर नैक ग्रेड हेतु कार्यालय में स्वच्छता, कार्य विभाजन, डॉक्यूमेंटेशन, अच्छी कार्य- पद्धति एवं भविष्य की योजनाओं का विशेष ध्यान रखें। गंभीरता पूर्वक कार्य कर 10 जून तक पदाधिकारी एवं सेक्शन ऑफिसर कार्यालय को व्यवस्थित करें। विश्वविद्यालय की आंतरिक मॉक टीम शीघ्र निरीक्षण करेगी। उन्होंने पूरे विश्वविद्यालय परिसर को स्वच्छ करने तथा कचरों का उचित जगह पर संधारण करने का भी निर्देश दिया।

प्रति कुलपति प्रो डोली सिन्हा ने कहा कि नैक मूल्यांकन हेतु अब समय बहुत कम है। विभागीय प्रस्तुतीकरण बेहतर ढंग से हो। नैक टीम नामांकन प्रक्रिया, छात्रवृत्ति, शिकायत कोषांग, खेलकूद तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि सभी देखती है। कार्यालय साफ- सुथरा एवं व्यवस्थित हो तथा पदाधिकारी एवं कर्मी ढंग से काम करें। उन्होंने कहा कि यदि 5 वर्षों के वार्षिक रिपोर्ट बेहतरीन ढंग से हो तो अच्छे ग्रेड की अधिक उम्मीद है।

स्वागत संबोधन में कुलसचिव प्रोफ़ेसर मुश्ताक अहमद ने कहा कि थोड़ी सी मेहनत से संचिकाओं को सूचीबद्ध एवं सुव्यवस्थित की जा सकती है। नैक टीम परीक्षा नियंत्रक, बीएसडब्ल्यू, एनएसएस समन्वयक तथा विकास पदाधिकारी सहित सभी पदाधिकारियों से मिलकर उनके कार्य करने के तौर- तरीकों को जानेगी। इसलिए पदाधिकारी एवं कर्मी हर तरह से तैयार रहें।

कुलसचिव ने कहा कि नैक मूल्यांकन सामूहिक कार्य है, जिसमें सबका सहयोग अनिवार्य है। नैक में बेहतर ग्रेड नहीं होने पर विश्वविद्यालय को काफी नुकसान होगा। उन्होंने विभागों द्वारा संपादित कार्यों की सूची वर्षवार एवं तिथिवार रखने की सलाह देते कहा कि 15 जून के बाद कभी भी नैक मूल्यांकन हो सकता है।

बैठक में वित्तीय परामर्शी कैलाश राम तथा वित्त पदाधिकारी राजन कुमार सिन्हा सहित सभी पदाधिकारी एवं उनके दो- दो वरीय एवं सक्रिय कर्मी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन आइक्यूएसी निदेशक डा मो ज्या हैदर ने करते हुए कहा कि सभी विभागों को नैक की दृष्टि से किए जाने वाले कार्यों की सूची कल तक उपलब्ध करा दी जाएगी।