#MNN@24X7 आज दिनांक 11 जून, को मिथिला स्टूडेंट यूनियन, बहादुरपुर इकाई के द्वारा ग्राम डरहार स्थित पुस्तकालय पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है। आयोजक नीरज क्रांतिकारी ने कहा कि हमारे देश की आबादी का केवल 37 प्रतिशत लोग ही रक्तदान करने योग्य है लेकिन उनमें से भी 10 प्रतिशत से कम लोग हर साल ब्लड डोनेट करते हैं। ब्लड प्रकृति द्वारा हमे दिया गया सबसे मूल्यवान उपहार है। हम इसके माध्यम से लोगों की कई तरह से मदद कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि, रक्त दान को लेकर आज भी लोगों के मन में कई सारी गलत धारणाएं मौजूद हैं। ज्यादातर लोग ऐसा सोचते हैं कि ब्लड डोनेट करने से कमजोरी आ जाती है और फिर कई बीमारियां लग सकती हैं जों कि पूरी तरह से गलत धारणा है। रक्तदान हम सभी की सामुदायिक जिम्मेदारी है। हमलोग लगातार संगठन के माध्यम से जरूरतमंदों को आवश्यकता अनुसार रक्त उपलब्ध करा रहे है।
ज्ञातव्य हो की मिथिला स्टूडेंट यूनियन हर माह मिथिला क्षेत्र के विभिन्न गांवो में स्वैच्छिक रूप से रक्तदान शिविर का आयोजन करती आ रही है, और लोगो को इसके प्रति जागरूक करने का काम भी कर रही है। जिसका परिणाम है की ग्रामीण स्वयं आगे बढ़ कर इस शिविर में सहयोग कर रहे है।
इस अवसर पर शुक्ला मेडिसिटी रक्त अधिकोष के रक्तकोष अधीक्षक मुकेश कुमार ने कहा कि जीवन बचाने के लिए खून चढाने की जरूरत पड़ती है। दुर्घटना, रक्तस्त्राव, प्रसवकाल और ऑपरेशन आदि अवसरों में शामिल है, जिनके कारण अत्यधिक खून बह सकता है और इस अवसर पर उन लोगों को खून की आवश्यकता पड़ती है। थेलेसिमिया, ल्यूकिमिया, हीमोफिलिया जैसे अनेंक रोगों से पीडित व्यक्तियों के शरीर को भी बार-बार रक्त की आवश्यकता रहती है अन्यथा उनका जीवन खतरे में रहता है। जिसके कारण उनको खून चढाना अनिवार्य हो जाता है।
इस अवसर पर संगठन के राष्ट्रीय आई टी सेल प्रभारी उदय नारायण झा ने कहा कि इस जीवनदायी रक्त को एकत्रित करने का एकमात्र् उपाय है रक्तदान। स्वस्थ लोगों द्वारा किये गये रक्तदान का उपयोग जरूरतमंद लोगों को खून चढानें के लिये किया जाता है। अनेक कारणों से जैसे उन्नत सर्जरी के बढतें मामलों तथा फैलती जा रही जनसंख्या में बढती जा रही बीमारियों आदि से खून चढाने की जरूरत में कई गुना वृद्वि हुई है। लेकिन रक्तदाताओं की कमी वैसी ही बनी हुई है।
इस शिवर के सफल आयोजन हेतु आयोजक नीरज एवं समस्त ग्रामीण को धन्यवाद प्रेषित करता हूं। मौके पर रक्तदाताओं के रूप मे रितेश कुमार, सुमित कुमार, विवेक मिश्रा, उदय नारायण, नीरज क्रांतिकारी, सुप्रिया, संग दर्जनों रक्तदाताओं ने अपना रक्तदान किया।