कुलपति के दिशा-निर्देश तथा शिक्षकों की उपस्थिति एवं विशेष रूचि से कार्यशाला अपने उद्देश्य- पूर्ति की ओर अग्रसर- प्रो सुरेन्द्र कुमार।

ऑडियो- वीडियो लैव रिकॉर्डेड व्याख्यानों से छात्रों को पूर्ण, व्यवस्थित एवं प्रमाणित ज्ञान उपलब्ध कराने में सक्षम- डा चौरसिया।

#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के आदेश से विश्वविद्यालय के एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर स्थित ऑडियो- वीडियो मूक्स लैब में चल रहे स्नातकोत्तर विभागों के शिक्षकों की कार्यशाला के छठे दिन आज वनस्पति विज्ञान, जन्तु विज्ञान तथा भौतिक विज्ञान के शिक्षकों की कार्यशाला लैब में आयोजित की गई, जिसमें एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो सुरेन्द्र कुमार, ऑडियो- वीडियो लैब के कोऑर्डिनेटर डा आर एन चौरसिया, डा गजेन्द्र प्रसाद, डा अंकित कुमार सिंह, डा ख्वाजा सलाउद्दीन, डा दीपक कुमार, डा ए बनर्जी, डा आनंद मोहन मिश्र, एन एस पी गोपाल, सूरज कुमार, पी के नीरज, जितेन्द्र कुमार चौरसिया, मंजीत कुमार चौधरी एवं प्रशांत कुमार झा के साथ ही आईटी सेल के इ मुकुन्द माधव, इ एस टी हसन, तकनीकी सहायक इ राम भरत चौहान तथा मोहम्मद जहीरुद्दीन आदि उपस्थित थे।

उद्घाटन वक्तव्य में प्रो सुरेन्द्र कुमार ने कहा कि हमलोग एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर में स्थापित 5 लैबों की अधिक से अधिक जानकारी अपने शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को दें, ताकि वे इनका भरपूर सदुपयोग कर अधिक से अधिक लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कुलपति से आदेश लेकर शीघ्र ही विश्वविद्यालय संगीत एवं नाट्य विभाग के शिक्षकों एवं छात्रों के सहयोग से बिहार- गीत तथा विश्वविद्यालय के कुलगीत का रिकॉर्डिंग इस लैब से कराने की बात कही। प्रो सुरेन्द्र ने कहा कि कुलपति प्रोफेसर एस पी सिंह के दिशा- निर्देश तथा शिक्षकों की उपस्थिति एवं विशेष रूचि से कार्यशाला अपनी उद्देश्य- पूर्ति की ओर अग्रसर है।

लैब के कोऑर्डिनेटर डा आर एन चौरसिया ने कहा कि यह ऑडियो- वीडियो मूक्स लैब रिकॉर्डेड व्याख्यानों से छात्रों को पूर्ण, व्यवस्थित एवं प्रमाणित ज्ञान उपलब्ध कराने में सक्षम है। एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर का निर्माण बड़े ही व्यवस्थित ढंग से कई उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किया गया है। उन्होंने लैब के उद्देश्यों एवं लाभों की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इस नई तकनीक की मदद से शिक्षक भविष्य में भी अधिक से अधिक छात्रों को लाभ पहुंचा सकेंगे।

विश्वविद्यालय आईटी सेल के इ मुकुंद माधव ने लैब के तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि यह डिजिटल शिक्षा को आगे बढ़ाने का काम करेगा। व्याख्यान रिकॉर्डिंग से पहले पूर्वाभ्यास पर बल देते हुए कहा कि लैब में रिकॉर्डिंग व्याख्यानों की कापीराइट विश्वविद्यालय के पास ही होगी। इस अवसर पर डा गजेन्द्र प्रसाद,डा ख्वाजा सलाउद्दीन, डा आनंद मोहन मिश्र, प्रो सुरेन्द्र कुमार तथा डा आर एन चौरसिया आदि ने अनेक तकनीकी प्रश्न किये, जिनका उत्तर आईटी सेल के सदस्यों ने दिया। धन्यवाद ज्ञापन इ एस टी हसन ने किया।