#MNN@24X7 लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी पुलिस के अजब गजब कारनामे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।पहले पुलिस ने चार साल पहले मर चुके एक बुजुर्ग पर हथियार की नोंक पर प्लाट कब्जाने का केस दर्ज कर डाला था।अब बकरी चराने को लेकर दो गुटों में हुई मारपीट मामले में 4 साल के मासूम बच्चे पर मारपीट और बलवा जैसे संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है।
खीरी थाना क्षेत्र के सोंठपुर गांव के रहने कृष्णपाल का अपने पड़ोसियों से बकरी चराने को लेकर विवाद हो गया था। दूसरे गुट के लोगों ने कृष्णपाल सहित उसकी पत्नी, 11 साल की बेटी सहित उसके 4 वर्षीय बेटे पर बलवा और मारपीट जैसे संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करवा दी।सोशल मीडिया पर जैसे ही 4 साल के मासूम बच्चे पर मारपीट, बलवा जैसी संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज होने की खबर वायरल हुई, तो लखीमपुर सीओ संदीप सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एफआईआर से बच्चे का नाम हटाने के संकेत दिए।
सीओ संदीप सिंह ने बताया कि मामला सामने आया है।चूंकि शिकायती आवेदन जब थाने पर आता है तो उसमें आरोपियों की उम्र का जिक्र नहीं होता है।एप्लीकेशन देने वाला इसकी जानकारी नहीं देता है।एक केस दर्ज किया गया है, जिसमें बच्चे का नाम भी शामिल है।यह जांच का विषय है।अगर बच्चा घटनाक्रम में शामिल नहीं है तो उसका नाम एफआईआर से निकाल दिया जाएगा।
बता दें कि खीरी थाना क्षेत्र के श्यामलाल पुरवा में दो पक्षों के बीच एक धार्मिक स्थल पर दीवार बनाने को लेकर विवाद हो गया था।इसमें अनीश गौरी ने शकील और नफीस के खिलाफ एक तहरीर दी,जिसमें कहा गया कि शकील और नफीस ने तमंचा लहराते हुए अनीश गौरी और दोस्तों की लात घूंसों से पिटाई कर दी। इससे वह बुरी तरीके से घायल हो गए। इंस्पेक्टर ने आनन-फानन में तहरीर पर बिना जांच किए नफीस और शकील के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज कर लिया।नफीस रामापुर का रहने वाला था और उसकी 4 साल पहले मौत हो चुकी है।इस बारे में जब नफीस की पत्नी कमरू निशा को पता चला तो उसके होश उड़ गए और वह मामले की शिकायत करने कार्यालय पहुंच गई।इसी के साथ मृतक नफीस का मृत्यु प्रमाण पत्र पेश किया।