विश्वविद्यालयों में की गई बेतहाशा फीस वृद्धि के वापस हो – कृष्णा यादव।
एफ वाई यू पी और सी बी सी लागू होने से कैंपसो से ड्रॉप आउट को की संख्या में वृद्धि – मयंक यादव।
#MNN@24X7 3 जुलाई 2023, दरभंगा, बिहार में लागू किए जा रहे चार वर्षीय स्नातक कोर्स व फीस वृद्धि एवं शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया में डोमेसाइल नीति हटाने के खिलाफ आइसा एवं छात्र राजद के संयुक्त बैनर तले 4 जुलाई से विश्वविद्यालय परिसर में दो दिवसीय राज्यव्यापी भूख हड़ताल शुरू होगा.
भूख हड़ताल की सफलता को लेकर आइसा एवं छात्र राजद के कार्यकर्ताओं के द्वारा विश्वविद्यालय के पीजी विभागों, कॉलेजों और लॉज -हॉस्टल में जनसम्पर्क अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान छात्र -छात्राओं को सम्बोधित करते हुए आइसा जिला सचिव मयंक कुमार ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था लचर है व विभिन्न कॉलेजों की स्थिति जर्जर है ऐसे में इसे ठीक करने के बजाए केंद्र की सरकार उसको निजीकरण की ओर धकेल रही है। नई शिक्षा नीति छात्रों पर थोपा जा हा है।वही राज्य सरकार शिक्षक नियुक्ति पशिक्षक या में डोमेसाइल नीति हटाकर बिहार के युवाओं के साथ नाइंसाफी कर रही है. आइसा सरकार से मांग करता है कि शिक्षक नियुक्ति में डोमेसाइल नीति लागू कर सरकार बहाली जल्द से जल्द करे।
छात्र राजद के पूर्व विश्वविद्यालय प्रभारी कृष्णा यादव ने कहा कि एफवाईयूपी के लागू होने से 15 गुणा फीस वृद्धि का मामला सामने आया है जो यह समाज के वंचित तबका व दलित पिछड़े समुदाय से आने वाले छात्र- छात्राएं शिक्षा से वंचित हो जाएगा।
वही रजनीश यादव ने कहा की आरएसएस भाजपा शिक्षा का भगवाकरण कर रही है जिसमें अलग अलग विषयों के सिलेबस में व्यापक बदलाव कर छात्र समुदाय को अंधविश्वास से जुड़े विषयों को जोड़ रहा है. जो छात्र राजद कत्तई बर्दास्त नहीं करेगा। वही कॉलेजों में विकास के नाम पर कई तरह के फीस वसूला जा रहा है। लेकिन आज भी कॉलेज व विश्वविद्यालय के छात्र बुनियादी सुविधाओं से महरूम है।
तैयारी में आइसा जिला अध्यक्ष प्रिंस राज, राज्य सह सचिव राजू कर्ण, राज्य कमिटी सदस्य सबा रौशनी, जिला कमिटी सदस्य मिथिलेश यादव, साजन, ललन, जयदेव, छात्र राजद के पूर्व विश्वविद्यालय अध्यक्ष रजनीश यादव, पूर्व विश्वविद्यालय प्रभारी कृष्ण यादव विश्वविद्यालय अध्यक्ष अभिषेक कुमार, विश्वविद्यालय उपाध्यक्ष धीरज प्रकाश, मोहित कुमार, अमन कुमार, मो० ईमरान, शिवम् यादव, अंकित कुमार, अंकुश, रंजन सहनी, मो० अरमान शामिल थे.