चार वर्षीय स्नातक कोर्स वापस लो सहित छात्रों से जुड़ें बुनियादी मांगों पर विश्वविद्यालय प्रशासन से हुई सकरात्मक वार्ता, आइसा एवं छात्र राजद का दो दिवसीय भूख हड़ताल खत्म।
मोदी सरकार की फासीवादी प्रवृति के खिलाफ छात्र-नौज़वानों को आगें आना होगा – बैधनाथ यादव।
चार वर्षीय स्नातक कोर्स वापस लो, शिक्षक बाहली में डोमिसाइल नीति लागू करो मांगों को लेकर 17 जुलाई को होगा राज्य भवन मार्च – मयंक यादव।
शिक्षक बाहली में डोमिसाइल नीति पे सरकार को पुनः विचार करना चाहिए बिहार के लोग की हित की बात करनी चाहिए, चार वर्षीय स्नातक कोर्स की फ़ीस की मार के कारण छात्र छात्रा शिक्षा से वंचित हो जाएंगे- रजनीश यादव।
#MNN@24X7 5 जुलाई, दरभंगा, चार वर्षीय स्नातक कोर्स वापस लो, शिक्षक बाहली में डोमिसाइल नीति लागू करो सहित छात्रों से जुड़ें बुनियादी मांगों को लेकर को लेकर छात्र राजद एवं आइसा का दो दिवसीय भूख हड़ताल आज दूसरे दिन विश्वविद्यालय प्रशासन से सकरात्मक वार्ता होने के बाद विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रो. अजय नाथ झा एवं भाकपा माले के जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने भूख हड़ताल पर बैठें अनशनकारी साथियों को जूस और मिठाई खिलाकर भूख हड़ताल समाप्त कराया गया।
भूख हड़ताल पर बैठें साथियों को सम्बोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने कहा कि मोदी सरकार की फासीवादी प्रवृति के खिलाफ छात्र-नौज़वानों को आगें आना होगा और संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए छात्र-युवाओं को एकजुट होकर संघर्ष तेज करना होगा। वर्तमान समय में शिक्षा और रोजगार पर बढ़ते हमले के खिलाफ संघर्ष तेज करना होगा।
भूख हड़ताल को सम्बोधित करते हुए आइसा के जिला सचिव मयंक यादव ने कहा कि चार वर्षीय स्नातक कोर्स वापस लो, शिक्षक बाहली में डोमिसाइल नीति लागू करने कि मांगों को लेकर आगामी 17 जुलाई को आइसा के दवारा राज्य भवन मार्च होगा। आज विश्वविद्यालय प्रशासन से सकरात्मक वार्ता हुई हम उम्मीद करते है की विश्वविद्यालय प्रशासन हमारी मांगों पर गंभीरता से विचार करते हुए काम करेगीं। अगर हमारी मांगों पर विश्वविद्यालय प्रशासन का रवैया सकरात्मक नहीं रहेगा आने वाले दिनों आइसा छात्र आंदोलन तेज करेगा।
छात्र राजद के पूर्व विश्वविद्यालय प्रभारी कृष्णा यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय का प्रशासनिक विभाग दलालों का अड्डा बन चूका है। दूर दराज से आने वाले छात्र-छात्राओं को जो समय पर उनका डिग्री और प्रोविजनल मिल जाना चाहिए पर लगातार विश्वविद्यालय प्रशासन के आश्वासन के बाद भी समय पर उनका प्रणाम पत्र देने में विफल है। इसका नतीजा है की छात्रों को दलालों का सहारा लेकर अपनी डिग्री और प्रोविजनल लेने पर मजबूर है। जो सीधे तौर पर छात्रों के साथ अन्याय है। अन्याय के खिलाफ छात्र राजद लड़ता रहा है अगर विश्वविद्यालय अपने व्यवहार में परिवर्तन नहीं करती है तो आगे भी छात्र आंदोलन तेज होगा।
विश्वविद्यालय अध्यक्ष ने कहा हरी मांगों को पूरा नहीं करते हैं तो छात्र राजद मजबूती से पुनः भूख हड़ताल करने के लिए तैयार है
भूख हड़ताल में आइसा के राज्य सह सचिव राजू कर्ण, समस्तीपुर आइसा जिला कमिटी सदस्य रवि कुमार, छात्र राजद से धीरज प्रकाश यादव, शिवम कुमार यादव बैठें थे।
इनके अलावे उनके समर्थन में आइसा के मिथिला विश्वविद्यालय प्रभारी सुनील कुमार, जिला सचिव मयंक यादव, जिला अध्यक्ष प्रिंस कर्ण, समस्तीपुर आइसा नेता दीपका यदुवंशी, दरभंगा आइसा नीलमणि, सबा रौशनी, रहमानी, जयनारायण यादव, किशुन कुमार ,रूपक कुमार वही छात्र राजद से विश्वविद्यालय अध्यक्ष अभिषेक कुमार, विश्वविद्यालय प्रभारी पियूष राज, पूर्व विश्वविद्यालय अध्यक्ष रजनीश यादव, पूर्व विश्वविद्यालय प्रभारी कृष्णा यादव, रंजन सहनी, ललन यादव, शिवम राय, रोहित यादव, अमन यादव, आशीष कुमार शामिल थे।