-शिक्षक विहिन विषयों की जानकारी 11 अगस्त की शाम पांच बजे तक कुलसचिव को ई-मेल के माध्यम से उपलब्ध कराएं प्रधानाचार्य।
-कुलपति ने विश्वविद्यालय के अंगीभूत और संबद्ध महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों के साथ की बैठक।
#MNN@24X7 दरभंगा, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने दिनांक 11.08.2023 (शुक्रवार) को सभी अंगीभूत और संबद्ध महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों के साथ वर्चुअल माध्यम से बैठक की।
कुलपति महोदय ने प्रधानाचार्यों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानाचार्य उपलब्ध संसाधन में बेहतर-से-बेहतर करने की कोशिश करें। सरकार का रूख स्पष्ट है। सरकार की ओर से प्रतिदिन महाविद्यालयों की समीक्षा की जा रही है। इसलिए आप सबकी जिम्मेदारी है कि डेटा को अपने स्तर पर जांच-पड़ताल करने के बाद ही विश्वविद्यालय को समर्पित करें। उपलब्ध डेटा ही प्रतिदिन सरकार को शाम पांच बजे तक उपलब्ध कराया जाता है।सरकार अपने स्तर पर महाविद्यालयों का निरीक्षण करती है।विश्वविद्यालय भी इस तरह के निरीक्षण कार्य आरंभ करने जा रहा है।इसलिए प्रधानाचार्य यह सुनिश्चित करें कि सुबह 10 बजे से लेकर शाम कार्यालय अवधि तक नियमित महाविद्यालय का संचालन हो। सरकार की ओर से लापरवाही बरतने वाले प्रधानाचार्यों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही गई है। प्रधानाचार्य अपनी जिम्मेदारी को शत-प्रतिशत निर्वहन करें, ताकि कार्रवाई की नौबत ही न आएं।
प्रो. सिंह ने तीन बिंदुओं पर ध्यान आकर्षित कराते हुए कहा कि प्रधानाचार्य कार्यों का निबटारा अपने साथियों के साथ मिल-बाँट कर करें। साथियों की जिम्मेदारियों पर ध्यान रखने के साथ ही प्रतिदिन तीन से चार बार खुद महाविद्यालय का निरीक्षण कर गतिविधियों की जानकारी लें। उन्होंने दूसरे बिंदु पर कहा कि दो महाविद्यालयों की ओर से प्रायोगिक विषयों का अंक पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया है। इसपर नाराजगी जताते हुए दिनांक 12.08.2023 की शाम पांच बजे तक अपलोड करने का आदेश दिया। अगर, भविष्य में तय समय पर डेटा अपलोड नहीं किया जाएगा, तो संबंधित महाविद्यालयों पर कार्रवाई की जाएगी। तीसरे बिंदु पर जोर देते हुए कहा कि सीबीसीएस आधारित पाठ्यक्रम के अंतर्गत एमआइएल कोर्स में पांच विषयों की पढ़ाई करने का विकल्प है। अपनी सुधिवा के अनुसार एमआइएल कोर्स को संचालित करें।
प्रो. सिंह ने बैठक में प्रधानाचार्यों की ओर से शिक्षकों की कमी को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि प्रधानाचार्य दिनांक 11.08.2023 की शाम पांच बजे तक शिक्षक विहिन विषयों की जानकारी कुलसचिव को ई-मेल के माध्यम से उपलब्ध कराएं। इस मुद्दे के निदान के लिए तत्काल पहल की जाएगी। प्रो. सिंह ने सभी प्रधानाचार्यों को नैक के लिए अभी से तैयारी तेज करने का आदेश दिया। नैक के लिए जल्द आवेदन कर आइआइक्यूए जमा करें। विश्वविद्यालय इसके लिए महाविद्यालयों को निरंतर सहयोग करेगा।
प्रति-कुलपति प्रो. डॉली सिन्हा ने बैठक में सेमेस्टर आधारित स्नातक पाठ्यक्रम पर बैठक में प्रधानाचार्यों की ओर से पूछे गए प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि एमआइएल से संबंधित सिलेबस राज भवन के वेबसाइट पर उपलब्ध है, वहां से डाउनलोड करें। साथ ही सेमेस्टर आधारित स्नातक पाठ्यक्रम संबंधित सिलेबस ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया जाएगा।
कुलसचिव डॉ. अजय कुमार पंडित ने बैठक में सभी प्रधानाचार्यों और पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह बैठक प्रत्येक दिन आयोजित की जाएगी। बैठक में प्रत्येक दिन कोई-कोई पदाधिकारी शामिल होकर प्रतिदिन की गतिविधियों की जानकारी लेकर शिक्षा विभाग को शाम पांच बजे तक सूचना उपलब्ध कराने का कार्य करेंगे। चार्ट बनाकर वर्गों का संचालन और छात्रों की उपस्थिति का डेटा रखें। इसके साथ ही पूरा माह का प्रतिशत बनाकर भी रखना है। कुलसचिव ने कहा कि प्रधानाचार्य महाविद्यालय की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के साथ पेयजल की व्यवस्था, कॉमन हॉल, पंखे और प्रयोगशाला को अपग्रेड रखें। सभी कार्यों का फोटोग्राफी कराकर रखना अनिवार्य है।
पदाधिकारियों की ओर से निरीक्षण में खासकर इसी बात पर ध्यान दिया जाता है। बैठक में कुलपति के साथ अन्य लोगों में महाविद्यालय निरीक्षक (कला व वाणिज्य) प्रो. अशोक कुमार मेहता, महाविद्यालय निरीक्षक (विज्ञान) प्रो. अरुण कुमार सिंह, सीसीडीसी डॉ. महेश प्रसाद सिन्हा, विकास पदाधिकारी प्रो. सुरेंद्र कुमार, उप-परीक्षा नियंत्रक डॉ. सोनू राम शंकर, अवकाश प्राप्त शिक्षक डॉ. अवनि रंजन सिंह शामिल थे।