*पश्चिमीकारण एवं बाजारीकरण के कारण हो रहा है होली के स्वरूप में परिवर्तन- डॉ फुलो*
*धर्म- संप्रदाय, जाति- वर्ग व अमीरी-गरीबी से ऊपर उठकर मिलजुल कर मनाएं होली- प्रो विश्वनाथ*
सीएम कॉलेज, दरभंगा में शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों के द्वारा प्रधानाचार्य प्रो फुलो पासवान की अध्यक्षता में पहली बार होली मिलन समारोह महाविद्यालय में आयोजित किया गया, जिसमें प्रो विश्वनाथ झा, प्रो इंदिरा झा, प्रो मंजू राय, प्रो डीपी गुप्ता, डा पीके चौधरी, डा आर एन चौरसिया, डा प्रीति कनोडिया, डा बासुदेव साह, डा जफर आलम, डा आलोक राय, डा आलोक रंजन, डा विजयसेन पांडे, डा रूपेंद्र झा, डा ललित शर्मा, विपिन कुमार सिंह, प्रतुल कुमार, बिंदेश्वर यादव, डा प्रगति कुमारी, के डी पासवान, शमशाद अली, डा पूनिता कुमारी, डा चंदा कुमारी, रागिनी रंजन, डा मनोज सिंह, दिवाकर सिंह ,अमृत झा, डा नीरज, डा अभिलाषा कुमारी, सुधा कुमारी व निधि सिंह सहित एक सौ से अधिक व्यक्तियों ने भाग लिया। सभी ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली की बधाई एवं शुभकामनाएं प्रदान की।
प्रधानाचार्य डा फुलो पासवान ने सभी शिक्षकों, शिक्षकेत्तर कर्मियों, छात्र-छात्राओं एवं मिथिलावासियों को होली की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्नेह एवं उमंगों का त्यौहार होली से भारतीय शक संवत का नया वर्ष प्रारंभ होता है। उन्होंने होली के सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक महत्व की चर्चा करते हुए अनेक होली गीतों का मुखड़ा गाया। प्रधानाचार्य ने कहा कि पश्चिमीकरण एवं बाजारीकरण के कारण होली के स्वरूप में काफी परिवर्तन हो रहा है। इको फ्रेंडली एवं शास्त्रीय होली सब के लिए लाभदायक हैं।
पूर्व प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा ने कहा कि हमें धर्म- संप्रदाय, जाति- वर्ग व अमीरी- गरीबी से ऊपर उठकर मिलजुल कर होली पर्व मनाना चाहिए। यह हमें बुराई पर अच्छाई तथा अन्याय पर न्याय की जीत का संदेश देता है। होली में हमें सारे ईर्ष्या- द्वेष, गिले- शिकवे को भूलकर मिलजुल कर उत्साह पूर्वक मनाना चाहिए। उन्होंने होली के धार्मिक महत्व को बताते हुए कई हास्य चुटकुलों को प्रस्तुत किया।
समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डा प्रभात कुमार चौधरी ने कहा कि होली प्रेम एवं भाईचारे का प्रतीक है, जिसे हमें प्रसन्नता पूर्वक सामूहिक रूप से मनाना चाहिए। समारोह में सुधा कुमारी, दिनेश झा तथा सुरेश पंडित आदि ने होलीगीत एवं नृत्य प्रस्तुत किया। आगत अतिथियों का स्वागत वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रो डीपी गुप्ता ने किया, जबकि संजीत कुमार झा के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत डा रूपेन्द्र झा ने किया।