◆देश के 763 सांसदों में 306 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।

#MNN@24X7 पटना। कुछ सालों पहले तक देश की राजनीति की दिशा और दशा बाहुबली और धनबली तय किया करते थे किन्तु अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राजनीति के अपराधीकरण पर ब्रेक तो लगी, लेकिन आज भी देश के 40% सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.

बात अगर बिहार की करें तो एडीआर के मुताबिक यहां के 73 फीसदी सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. दरअसल एडीआर की ताजा रिपोर्ट में चौका देने वाले तथ्य सामने आए हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मौजूदा 763 सांसदों में 306 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. यानी 40% सांसद दागी हैं, जिनमें से 25% के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.

केरल राज्य के बाद बिहार में दागी सांसदों की तादाद सबसे ज्यादा है. बिहार के 56 सांसदों में 41 यानी की 73 फीसदी के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. बिहार में 28 सांसदों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. रिपोर्ट के अनुसार बिहार की सत्ताधारी पार्टी राजद में सबसे अधिक दागी सांसद हैं. राष्ट्रीय जनता दल के छह में से पांच सांसद दागी हैं.

एडीआर की ताजा रिपोर्ट के मुकाबिक देश के 11 मौजूदा सांसदों ने हत्या से संबंधित मामले 32 मौजूदा सांसदों ने हत्या के प्रयास, जबकी 21 मौजूदा सांसदों ने महिला के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों की घोषणा की है. 21 सांसदों में चार सांसदों ने दुष्कर्म से संबंधित मामलों की घोषणा की है. संसद में धनबलियों की संख्या भी अच्छी खासी है. लोकसभा और राज्यसभा के हर सदस्य के पास औसतन 38.33 करोड़ रुपये की संपत्ति है. इस तरह हमारे देश का हर सांसद करोड़पति है. कुल मिलाकर 53 सांसद अरबपति हैं, जो सभी सांसदों की संख्या का 7% है।