#MNN@24X7 दरभंगा, आज दिनांक 3 अक्टूबर 2023 को स्थानीय विश्वविद्यालय संगीत एवं नाट्य विभाग के प्रेक्षागृह में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय एवं स्पिक मैके के संयुक्त तत्वावधान में भारतीय शास्त्रीय नृत्य कथक का आयोजन किया गया।
जिसमें कला विशेषज्ञ के रूप में बनारस घराने के 11वीं पीढ़ी के युवा कथक नर्तक, देश की प्रख्यात कत्थक नृत्यांगना सितारा देवी के पौत्र, विशाल कृष्ण ने शिरकत कर, अपनी प्रस्तुति से मन मोह लिया। संगत कलाकार के रूप में तबले पर उदय शंकर मिश्रा थे और गायन एवं हारमोनियम पर राघवेंद्र शर्मा थे।
कार्यक्रम का आरंभ विभाग की संकायाध्यक्ष डॉ० लावण्या कीर्ति सिंह काव्या, विभाग अध्यक्ष डॉ.प्रो. पुष्पम नारायण समेत मंचासीन सभी कलाकारों ने दीप प्रज्वलन कर किया। उसके बाद स्वागत में विभाग के संगीत विधा के छात्रों ने स्वागत गीत गाकर सभी अतिथि कलाकारों का अभिनंदन किया। फिर विभागाध्यक्ष डॉ. पुष्पम नारायण ने सभी अतिथि कलाकारों का स्वागत करते हुए संबोधित किया और शुभकामनाएं दी।
आगे कार्यक्रम का प्रारंभ करते हुए उदय शंकर मिश्रा ने सर्वप्रथम बनारस घराने के नृत्य की खूबियों को बेहद ही आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया। आगे काव्य की प्रस्तुति देते हुए बरसते हुए बादल में नाचते मयूर की भाव भंगिमाओं का प्रदर्शन, तो कभी कृष्ण और राधा की अठखेलियां, तो कभी तबले और घुंघरू की जुगलबंदी प्रस्तुत कर उपस्थित जनसभा का मन मोह लिया और खूब तालियां बटोरी। संगत कलाकार श्री उदय शंकर मिश्रा और श्री राघवेंद्र शर्मा ने भी बेहतरीन जुगलबंदी प्रस्तुत की और सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
बताते चलें कि इस शैक्षणिक कार्यक्रम में कलाकारों ने बनारस घराने की नृत्य की शैली एवं तकनीक का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के अंत में विभागाध्यक्ष डॉ पुष्पम नारायण ने सभी कलाकारों को पुष्प गुच्छ ,अंग वस्त्र और पाग पहनाकर सम्मान किया। संबोधित करते हुए विशाल कृष्णा जी ने कहा की मिथिला संगीत के क्षेत्र में खुद एक घराने की संस्कृति को अपने साथ लेकर चलती है। यहां शास्त्रीय संगीत की परंपरा रही है इस धरती पर आकर नृत्य करना मेरे लिए एक यादगार अनुभव रहेगा और मैं दोबारा भी आना चाहूंगा।
मौके पर डॉ. लावण्या कीर्ति सिंह, डॉ नमिता कुमारी, डॉ अमृत कर्माकर, नितप्रिया प्रलय, डॉ. वेद प्रकाश समेत कई अन्य विभागों के विभाग अध्यक्ष एवं शिक्षकगण उपस्थित थे। साथ ही मौके पर दशक के रूप में विश्वविद्यालय संजीत एवं नाटक विभाग के सभी छात्र एवं अन्य दर्शकगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन साहिल राज ने किया और धन्यवाद ज्ञापन विशाल तिवारी ने किया।