#MNN@24X7 कृषि विज्ञान केन्द्र, जाले, दरभंगा द्वारा ग्राम – ब्लॉक- बहेडी में शुक्रवार को श्री अन्न अनाज आधारित व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ. देवयांशू शेखर के नेतृत्व मे किया गया।
उन्होंने बताया कि मोटे अनाज अत्यधिक पोषक, अम्ल-रहित, ग्लूटेन मुक्त और आहार गुणों से युक्त होते हैं। इसके अलावा, बच्चों और किशोरों में कुपोषण खत्म करने में मोटे अनाज का सेवन काफी मददगार होता है।
कार्यक्रम की संचालिका पूजा कुमारी ने बताया कि इस साल पूरे विश्व मे अंतराष्ट्रीय मोटा अनाज दिवस मनाया जा रहा है, और इसके उपलक्ष्य मे विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। मोटा अनाज जिसे श्री अन्न या सुफर फूड कहा जा रहा है। यह मानव स्वास्थय के लिए बहुत ही लाभप्रद है। मोटा अनाज जैसे की बाजार, ज्वार, मड़ुआ चीना, कौनी इत्यादि का अलग-अलग व्यंजन बनाकर इसे अपने खान-पान में शामिल करें तो उन्हें बहुत अधिक स्वास्थ्य लाभ होगा।
पूजा कुमारी ने बताया कि इस कार्यक्रम में गाँव की 67 महिला गृहिणियों ने भाग लिया। महिला गृहिणियों द्वारा मरुआ, बाजरा आदि अनाजों पर अलग-अलग व्यंजन सामग्री जैसे रोटी, पराठा, हलवा, चिला, खीर, बचका, इत्यादि बनाकर प्रतियोगिता में पेश किया गया। इसमें सफल पांच महिलाओं मंजु देवी, गीता देवी, प्रेम देवी, सीता देवी और तारा देवी को पुरस्कृत भी किया गया।
इस कार्यक्रम में जीविका से पुजा कुमारी(CC) ने श्री अन्न के महत्व को दीदियों के बीच समझाया ।इसमें ग्रामीण महिलाये रासो देवी, कविता देवी, रीतादेवीइत्यादि ने अपनी उपस्थिति दिखाए। RFWE के अन्तर्गत आए छात्र अंकित कुमार, धीरज कुमार, सोनु कुमार, मो. वासिद, आदित्य कुमार, सौरभ कुमार, गोविन्द कुमार ने अपनी भागीदारी दिखाई ।