#MNN@24X7 दरभंगा, +2 आर.एन. एम. गर्ल्स हाई स्कूल परिसर लहेरियासराय में स्थित किलकारी बिहार बाल भवन, दरभंगा, बिहार सरकार, शिक्षा विभाग द्वारा स्थापित संस्थान जिसमे 8 वर्ष से 16 वर्ष तक के बच्चों को विभिन्न कलाओं में निःशुल्क प्रशिक्षण दी जाती है के तत्वाधान में बच्चों को समर्पित “बचपन” बाल दिवस 2023 का पांच दिवसीय आयोजन हर्षोल्लास के वातावरण में शनिवार दिनांक 25/11/23 को समापन हुआ।

कार्यक्रम पूर्व मुख्य अतिथि “नेहा कुमारी, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, दरभंगा, डॉ. लावण्य कीर्ति सिंह “काव्या” पूर्व विभागाध्यक्ष नाट्य एवं संगीत विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविध्यालय, दरभंगा” शामिल हुए| अतिथियों के आगमन के बाद बच्चों के चन्दन टिका लगाने के साथ पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किये।प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक प्रणव भारती, निधि कुमारी सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी, किलकारी, दरभंगा एवं आनंद किशोर सहायक लेखा पदाधिकारीकिलकारी, दरभंगा ने अतिथियों के साथ दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्द्घाटन किये। संगीत के बच्चों ने अतिथियों के सम्मान में स्वागत गीत प्रस्तुत किये। “बचपन” नामक बाल दिवस चाचा नेहरु को समर्पित है, इसलिय सभी मिलकर चाचा नेहरु की प्रतिमा पर फूल अर्पण व माल्यार्पण किये।

प्रणव भारती प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक किलकारी, दरभंगा ने स्वागत भाषण में अतिथियों को संबोधित करते हुए अपने कीमती समय निकलकर बच्चों के हौसले बढ़ाने हेतु उपस्थिति के लिय धन्यवाद किये।

किलकारी द्वारा पूर्व में आयोजित विद्यालय चित्रकला प्रतियोगिता में 40 से 45 सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालय से सहभागी बच्चों में चयनित मुख्य तीन उत्कृष्ट चित्रकारी को बाह्य विशेषज्ञों द्वारा प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्तर पर प्रोत्साहन हेतु सम्मानित किए गये | जिनके नाम और विद्यालय हैं-

•आँचल कुमारी, पब्लिक स्कूल, दरभंगा – प्रथम स्थान
•आदित्य राज, आनंद मार्ग स्कूल,लहेरियासराय, दरभंगा – दूसरा स्थान,
•सरस्वती कुमारी, हेकॉक इंस्टिट्यूशन, लहेरियासराय, दरभंगा – तीसरा स्थान

किलकारी स्पार्क सम्मान दो बच्चों को उनके राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट प्रतिभा हेतु दिए गये,जिनके नाम है –

•आदित्य कुमार
•समसे आलम

बालवीर सम्मान (विशेष बच्चों) को दिए गये जो निरंतर प्रगतिशील हैं, जिनके नाम हैं –

•प्रियंका कुमारी
•अनामिका प्रकाश

विधावार बाल उस्ताद सम्मान उन बच्चों को दिए गये जो अपनी अपनी विधाओ में प्रगतिशील हैं, उनके नाम हैं – दीप नारायण, उदिता, रीतिक, नैंसी, अलिसा, मंतशा, राधा, शिवा आकाश, आराध्या|

मुख्य मंचीय प्रस्तुती

इसके बाद मुख्य मंचीय प्रस्तुती समारोह विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां हुई | जिसमे लोक संगीत, फोक डांस, ओडिसी नृत्य, सेमी क्लासिक, तबला सोलो, भंगरा, सृजनात्मक नृत्य, नाटक, अघोरी, सामा गीत इत्यादी की प्रस्तुतियों से समूचा वातावारण संगीतमय हो गया

प्रदर्शनी –

दूसरी ओर किलकारी के साथ अन्य विधालयों ने अपनी वस्तुओ की प्रदर्शनी लगायी| हस्तकला, मिथिला पेंटिंग, फाइन आर्ट ( चित्रकला) में बच्चों द्वारा निर्मित एक से बढ़कर एक सजावटी सामानों की प्रदर्शनी थी।

अतिथियों ने प्रदर्शनी भ्रमण के दौरान बच्चों के मेहनत और लगन से बनायीं गयी वस्तुओ की सराहना की|

मुख्य मंचीय प्रस्तुती और प्रद्रशनी में बाल केंद्र वीरा, डी. एम. सी. एच. स्लम क्षेत्र, वाजितपुर स्लम क्षेत्र के बच्चों का योगदान अविश्वनीय रहा इन्होने एक से बढ़ कर एक प्रस्तुतियाँ दी। कार्यक्रम समापन आनंद किशोर के धन्यवाद ज्ञापन से हुए।

कर्यक्रम को सफल बनाने में सहायक लेखा पदाधिकारी श्री आनंद किशोर के साथ सभी प्रशिक्षक, कर्मी और सुरक्षा कर्मियों का सहयोग सराहनीय रहा।

काजल कुमारी, राधा कुमारी, रेशमी कुमारी, अंशु कुमारी, चांदनी कुमारी, सुधांशु कुमार रवि, रमन कुमार सिंह ,राम उदगार पासवान, वेद प्रकाश राम, मुकेश मिश्रा, वरिष्ठ कराटे प्रशिक्षक सुरेंद्र कुमार आनंद, शिक्षक सह समाज सेवी श्री सुधीर कुमार सिंह, वीरेंद्र कुमार के साथ अन्य कर्मी रौशन कुमार, रामबाबू, श्रीकांत जी, रीना देवी, अनीता देवी, सोनी कुमारी व कुछ सीनियर विलेंटियर बच्चे आर्यन, किसुन, भास्कर, शिशिर, प्रियंका, विष्णु, हर्ष, निर्मला, रिया, श्रुति, कृति, अक्षय के सहयोग से यह कर्यक्रम बेहद मनोरंजक तरीके से सम्पन्न हुए।