#MNN@24X7 दरभंगा, महाकवि विद्यापति के निर्वाण दिवस कार्तिक धवल त्रयोदशी के अवसर पर विद्यापति चौक स्थित महाकवि कोकिल विद्यापति की प्रतिमा पर विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू की अगुवाई में कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शशिनाथ झा, विधान पार्षद सह प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डा मदन मोहन झा, नगर विधायक संजय सरावगी, मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकान्त झा, संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डा बुचरू पासवान, दरभंगा नगर निगम की उपमहापौर नाजिया हसन, डा श्रीपति त्रिपाठी, डा रमेश झा आदि द्वारा माल्यार्पण करने के उपरांत निकाली गई भव्य शोभायात्रा के साथ तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह की शनिवार को विधिवत शुरुआत हुई।
मौके पर वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा, स्वागत महासचिव प्रो जीवकांत मिश्र, महात्मा गांधी शिक्षण संस्थान के चेयरमैन हीरा कुमार झा, आदित्य नारायण चौधरी मन्ना, बालेन्दु झा, शोभा यात्रा संयोजक विनोद कुमार झा, सह संयोजक प्रो विजय कांत झा, संस्थान के मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा, प्रो चंद्रशेखर झा बूढ़ा भाई, डॉ गणेश कांत झा, डॉ उदय कांत मिश्र, दुर्गानन्द झा, नवल किशोर झा, दिनेश झा, डॉ महानन्द ठाकुर, लक्ष्मण प्रसाद ठाकुर, ममता खंडेलवाल, आशीष चौधरी, डॉ सुषमा झा, मणिभूषण राजू, पुरूषोत्तम वत्स आदि ने भी महाकवि की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और शोभायात्रा में भाग लिया।
मिथिला की गौरवशाली लोक परंपराओं को सहज रूप में दर्शाती मनोरम झांकियों के साथ सैकड़ों की संख्या में आम मैथिल एवं मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान के अभियानी कदम से कदम मिलाकर इस शोभायात्रा में अपने गौरवशाली परंपरा की विशेषता का संदेश प्रसारित संबंधित नारे लगाते साथ चल रहे थे। मौके पर शोभा यात्रा संयोजक विनोद कुमार झा ने कहा कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य मिथिला व मैथिली की गौरवशाली परंपरा और धरोहर से आमजन को अवगत कराना है।
इस क्रम में शहर के रामबाग से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शहर के विभिन्न मोहल्लों एवं चौक चौराहों से होते हुए यह शोभायात्रा विद्यापति चौक पर पहुंची और विद्यापति की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर आगे बढ़ी। इस दौरान मिथिला के महान विभूति पं सुरेन्द्र झा सुमन, पूर्व सांसद भोगेंद्र झा, महाराज महेश ठाकुर, महाराज रमेश्वर सिंह, ललित नारायण मिश्र, डाॅ भीमराव अंबेडकर, महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह, महाराज कामेश्वर सिंह,बाबा नागार्जुन आदि की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने उपरांत मां श्यामा काली की पूजा अर्चना करने श्यामा मंदिर परिसर में एकत्रित हुई।
शोभा यात्रा के दौरान नटराज डांस एकेडमी के कलाकारों द्वारा विभिन्न चौराहों पर भव्य झांकी एवं पारंपरिक गीतों पर केन्द्रित भावपूर्ण नृत्य प्रदर्शित की गई। झांकी में विद्यापति, श्यामा माई, भारत माता, माँ जानकी एवं देवाधिदेव महादेव की झांकी के साथ साथ मिथिला के लोक नृत्य झिझिया एवं सामा चकेवा, छठ आदि पर आधारित भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत किया गया। जुलूस में कई कलाकार झिझिया और सामा चकेवा खेलते भी दिखे।
झांकी की खास बात यह कि इसमें मिथिला की संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए अमृत महोत्सव का 75 कलाकारों ने तिरंगा लहराते हुए दरभंगा शहर को गौरान्वित कराया। नटराज डांस एकेडमी के प्रबंधक मोहित खंडेलवाल के निर्देशन में निकाली गई झांकी में नर्तकी प्रीति कुमारी, कुमारी रिमझिम, कुमारी गुंजन, प्रतिभा कुमारी, सिटी कुमारी, सौरव कुमारी सहित 300 से अधिक कलाकारों ने अपनी भागीदारी दी। अपनी प्रस्तुति से कलाकारों ने लोगों का मन मोह लिया।