#MNN@24X7 दरभंगा, जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को जिले के तारडीह प्रखंड के एसी हाई स्कूल मछीता में प्रेस वार्ता की। इस दौरान मिथिलावासियों की स्थिति के सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा कि जो परेशानी लोग चंपारण, छपरा, गोपालगंज आदि जगहों पर झेल रहे हैं वही परेशानी कमोबेश दरभंगा और मधुबनी के लोग भी झेल रहे हैं। यहां गरीबी ज्यादा देखने को मिली, यहां पर लोगों से यह भी देखने और सुनने को मिला कि किसी जमाने में यहां पर लोग ज्यादा पढ़े-लिखे होते थे। लेकिन आज के दौर में मुझे ऐसा नहीं दिखा। मुझे मिथिला में ज्यादातर जगहों पर यही देखने को मिला कि यहां से सबसे ज्यादा लोग मजदूरी करने के लिए बाहर जा रहे हैं। मिथिला आज बिहार के गरीब इलाके में से एक है, यहां पढ़ाई लिखाई चौपट हो गई है। रोजगार के आभाव में लोग पलायन करने के लिए मजबूर हैं।

माछ-मखाना और पान वाली बात अब जमीन पर देखने को नहीं मिलती, सच्चाई ये कि जीवन-यापन के लिए लोग कर रहे संघर्ष: प्रशांत किशोर।

प्रशांत किशोर ने कहा कि मिथिला में माछ-मखाना और पान वाली बात अब जमीन पर देखने को नहीं मिलती। मधुबनी का उदाहरण देते हुए बताया कि अब वहां भी ज्यादातर मखाना की खेती नहीं होती दिखी। अब पान की खेती भी बंद हो गई है। ये बातें अब किताबों और यादों में सिमट कर रह गई हैं। आज जीवन की सच्चाई यही है कि आपको मजदूरी करना है, पढ़ाई के लिए कोई साधन नहीं है, नौकरी की कोई व्यवस्था नहीं है और लोग अपना जीवन-यापन करने के लिए बहुत संघर्ष कर रहे हैं।

प्रशांत किशोर ने 12.9 किलोमीटर तक की पदयात्रा

बता दें कि प्रशांत किशोर ने मंगलवार को कुल 12.9 किलोमीटर तक पदयात्रा की। इस दौरान वे 5 पंचायतों के 10 गांवों में गए। तारडीह प्रखंड के महिया से पदयात्रा की शुरुआत कर वे काकोधा, खैतवार, लक्ष्मीपुर, बैद्यनाथपुर, नारायणपुर, शेरपुर, सिरामपुर, सखतपुर, पोखर भिंडा तक गए। इस दौरान जगह-जगह रुककर लोगों को वोट की ताकत का एहसास दिलाया।