मयंक कुमार राज्य उपाध्यक्ष एवं शम्स तबरेज राज्य सहसचिव निर्वाचित हुए।
#MNN@24X7 दरभंगा। 26 दिसंबर, विगत 23–24 दिसंबर को आइसा का 15वां राज्य सम्मेलन पटना में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
आगामी छात्र राजनीति की दशा–दिशा पर गहन विचार–विमर्श में देशभर के नामचीन बुद्धिजीवियों ने हिस्सा लिया।
‘मोदी सरकार के दस साल, यंग इंडिया के दस सवाल’ के आह्वान के तहत देश के नागरिकों की तरफ से सत्ताधीशों से सवाल पूछे गए।
आइसा ने राज्य सम्मेलन से नई शिक्षा नीति, 2020 के विरुद्ध संघर्ष का बिगुल फूंका। सम्मेलन ने स्पष्टतया स्वीकार किया कि NEP, 2020 के द्वारा शिक्षा का जिस प्रकार से वृहद पैमाने पर बाजारीकरण किया जा रहा है, वह देश में सार्वजनिक शिक्षा की बुनियाद को ध्वस्त कर देगा। इसलिए ऐसी अडानी–अंबानी मुफीद शिक्षा नीति के खिलाफ निर्णायक जनांदोलन खड़ा किया जाएगा!
वहीं, सांगठनिक सत्र में सम्मेलन ने 58 सदस्यीय राज्य कार्यकारिणी एवं 123 सदस्यीय राज्य परिषद का गठन किया।
दरभंगा से कई युवा चेहरों को महत्वपूर्ण कार्यभार सौंपा गया। जिला सचिव मयंक कुमार को राज्य उपाध्यक्ष तथा जिलाध्यक्ष शम्स तबरेज़ को राज्य सहसचिव का दायित्व प्रदान किया गया।
दरभंगा आइसा से 5 प्रतिनिधियों को राज्य कार्यकारणी में स्थान मिला। यह सुअवसर मयंक कुमार, शम्स तबरेज़, सबा रौशनी, मिथिलेश कुमार, सुभाष कुमार को मिला।
जिला सचिव मयंक कुमार ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि दरभंगा में आइसा के बढ़ते कामकाज का सही मूल्यांकन हुआ है। हमारे सामने सांगठनिक ढांचा को मजबूत कर स्थानीय व सूबे की छात्र राजनीति को अधिकाधिक धारदार बनाने का लक्ष्य है।