प्रशांत किशोर ने बिहार के तीनों दलों के नेताओं को दी खुली चुनौती, बोले- मैं तीनों दलों के नेताओं और जिसमें भी दम है उसे खुली चुनौती देता हूं, बिहार का कोई भी क्षेत्र चुन ले, फिर मैं बताता हूं कि चुनाव हराया कैसे जाता है

#MNN@24X7 दरभंगा जन सुराज के सूत्रधार इन दिनों दरभंगा में पदयात्रा कर रहे हैं। 2024 के चुनाव में जन सुराज के आने से अन्य दलों पर प्रभाव पड़ेगा या नहीं, इस सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा कि 2025 का चुनाव होने दीजिए, उसके बाद आप हमें खोजिएगा कि प्रभाव क्या पड़ा और क्या नहीं पड़ा। बिहार की राजनीतिक पार्टियों को खुली चुनौती देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में जिसमें भी दम है उसे मैं खुली चुनौती देता हूं, वो खाली कह दे कि मैं प्रशांत किशोर के खिलाफ लड़ूंगा। फिर मैं लड़ाता हूं और वे जीतकर दिखा दें। मैं तीनों दलों के नेताओं को खुली चुनौती देता हूं, कोई भी नेता बिहार का कोई भी क्षेत्र चुन ले और कहे कि हमको वहां हरा दे, फिर मैं भी दिखा देता हूं कि चुनाव हराया कैसे जाता है। हमको किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।

हमारा ट्रैक रिकॉर्ड है, चुनाव परिणाम आने के बाद लोग हमें खोजते हैं कि कौन है ये, यही 2025 के चुनाव में भी होगा: प्रशांत किशोर।

प्रशांत किशोर ने कहा कि हमारा जो ट्रैक रिकॉर्ड है, जब चुनाव का परिणाम आता है तब लोग हमें खोजते हैं कि प्रशांत किशोर है कौन। जबतक चुनाव का परिणाम नहीं आता है तबतक लोग यही कहते हैं कि कौन है ये प्रशांत किशोर, ये तो बिजनेसमैन है, ये एनजीओ चलाता है, ये लैपटॉप चलाता है। जब परिणाम आ जाता है तब लोग कहते हैं अच्छा यही है प्रशांत किशोर। यही बिहार में 2025 के चुनाव में भी होगा।

बिहार में जो नेतागिरी करते हैं, उनके आका की जब गाड़ी फंसती है तो सलाह के लिए मेरे पास आते हैं: प्रशांत किशोर।

प्रशांत किशोर ने कहा कि हम चुनाव लड़ने के लिए नहीं आए हैं। मैं बिहार में अपना जीवन इस राज्य को सुधारने के लिए खपा रहा हूं। सुधरे या ना सुधरे, वो समय बताएगा। चुनाव को लेकर हमको बिहार के चुटपुंजिया नेताओं से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। बिहार में जो लोग नेतागिरी करते हैं इनके जो आका हैं, जब उनकी गाड़ी फंसती है तो सलाह लेने के लिए मेरे पास आते हैं, वो हमको बताएंगे कि चुनाव लड़ा कैसे जाता है।

प्रशांत किशोर ने कुल 12.9 किलोमीटर तक की पदयात्रा।

प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को कुल 12.9 किलोमीटर तक पदयात्रा की। इस दौरान वे दरभंगा सदर ब्लॉक के 4 पंचायतों के 13 गांवों में गए। इस दौरान वे लक्ष्मीपुर, दिवारी, धोई, धोईघाट, नदिका दिवारी, पूरा, खुटवारा, डीह बिराही, भगवानपुर, खारुआ, सुंदरपुर, जीवछ घाट तक गए।