विद्वानों ने गिनाई सभी की विशेषताएं, खासे चर्चा में रही मिथिला महात्म्यम।

#MNN@24X7 दरभंगा। कल शुक्रवार को संस्कृत विश्वविद्यालय में कुलपति डॉ शाशिनाथ झा की अध्यक्षता में पुस्तक विमोचन का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

मौके पर उपस्थित सभी विद्वतजनों ने पांच पुस्तकों का लोकार्पण किया जिसमें कुलपति डॉ शाशिनाथ झा एवम पूर्व कुलपति डॉ उपेन्द्र झा वैदिक द्वारा संपादित मिथिला महात्म्यम (तंत्रोक्त), महावीर मन्दिर पटना के प्रकाशनाध्यक्ष डॉ भवनाथ झा द्वारा संपादित जम्मू वर्णनम, त्रैमासिक संस्कृत शोध पत्रिका संस्कृतमनीषा, डॉ शाशिनाथ झा द्वारा संशोधित म0म0 वंदेवोपाध्याय विरचित वैशेषिकरहस्यम शामिल हैं।

इन सभी पुस्तकों का प्रकाशन संस्कृत विश्वविद्यालय ने ही किया है। इसके अलावा नागार्जुन उमेश संस्कृत महाविद्यालय, तरौनी के प्रध्यापक डॉ मोहन मिश्र द्वारा लिखित पुस्तक पातञ्जल योगदर्शन प्रकाश का भी लोकर्पण किया गया।

उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि सम्पादक द्वय द्वारा संपादित पुस्तक ‘ मिथिला महात्म्यम ‘ खासे चर्चा में रही।

इन दिनों अवध के अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर व उसमें विराजमान होने के लिए तैयार प्रभु राम की प्रतिमा की चर्चा देश-विदेश सभी जगहों पर हो रही है। स्वाभाविक है कि ऐसे में मिथिला व यहां की मां जानकी के बिना यह ऐतिहासिक अनुष्ठान पूर्ण हो ही नहीं सकता है। इसी संदर्भ में यह पुस्तक बहुत ही सामयिक कही जा रही है।

पुस्तक को कुल सात पटल में विभक्त कर ब्रह्मा द्वारा मिथिला का नमस्कार करना, सीता की उत्पत्ति, सीता -राम- लक्ष्मण की स्वर्ण मूर्ति बनवाना व उसमे प्राण प्रतिष्ठा करना, सीताराम कवच, सीता स्तुति, मिथिलास्थ शिवधनुष की पूजा का फल समेत मिथिला की विशेषता, सीता के प्रकट होने के बारे में संस्कृत श्लोक में दिया गया है जिसकी व्यख्या बहुत ही मनोरम ढंग से हिंदी में साथ साथ की गई है।

व्याकरण विभागाध्यक्ष डॉ दयानाथ झा के संचालन में हुए विमोचन कार्यक्रम को कुलपति डॉ शाशिनाथ झा, पूर्व कुलपति डॉ रामचन्द्र झा, डॉ उपेंद्र झा व डॉ शिवाकांत झा के अलावा डॉ भवनाथ झा, डॉ सुरेश्वर झा , डॉ लक्ष्मीनाथ झा समेत अन्य विद्वानों ने सम्बोधित किया। सभी वक्ताओं ने विमोचित पुस्तकों की प्रसांगिकताओं पर प्रकाश डाला।

इसके पूर्व सभी अतिथियों का पाग व चादर से सम्मानित किया गया। मौके पर डॉ शिवलोचन झा, डॉ दीनानाथ साह,डॉ दिलीप कुमार झा, डॉ सुनील कुमार झा, डॉ पुरेन्द्र वारीक, डॉ कुणाल कुमार झा, डॉ विनय कुमार मिश्र,डॉ साधना शर्मा, डॉ वरुण कुमार झा, डॉ अनिल कुमार झा समेत अन्य कर्मी उपस्थित थे।