#MNN@24X7 दरभंगा, मिथिला लेखक मंच दरभंगा के तत्वावधान में आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता प्रो डा उषा चौधरी ने की।इस अवसर पर “आलेख गुच्छ” लेखक शशि बोध मिश्र “शशि”। कुल सोलह आलेख में विभिन्न साहित्यिकार की रचना की समीक्षा और नीर क्षीर की है।

इस अवसर पर प्रो उदय शंकर मिश्र ने कहा कि मैथिली भाषा पर जब संकट उत्पन्न होती है तब मैथिली के कलमकार और बुद्धिजीवी एवं आमजन प्रतिरोध नहीं किया। परिणाम स्वरूप मैथिली भाषा भाषी को वह सम्मान नहीं दिया गया है।

इस अवसर पर चन्द्रेश, डा योगानंद झा, बैद्यनाथ बिमल, डा विद्यानाथ झा, डा विष्णु कान्त झा, सतेन्द्र कुमार झा, सुनीता झा, डा सुषमा झा आदि ने अपने विचार व्यक्त किये।

इस अवसर पर एक कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसकी अध्यक्षता डा सत्येंद्र कुमार झरने की इस अवसर पर कवि के रूप में आशीष आकिंचन, रितु प्रज्ञा, डॉ राज किशोर झा, शंकर मधुवंश, सूबेदार नंदकिशोर साह, सुनीता झा, वंदना चौधरी, प्रोफेसर चंद्र मोहन झा पड़वा, हिरेन्द्र झा, डा कृष्ण देव झा, डा विजय शंकर झा, अखिलेश कुमार झा, वैद्य गणपति झा आदि ने अपनी कविता का पाठ किया। इस अवसर पर धन्यवाद ज्ञापन किया मंजर सुलेमान ने।