●”विकसित भारत @2047″ के बाबत पिडिलाइट इंडस्ट्री के सहयोग से छह दिवसीय कौशल विकास कार्यशाला का गृह विज्ञान विभाग में हुआ समापन।
#MNN@24X7 लनामिवि दरभंगा, आज दिनांक 25 जनवरी 2024 को विश्वविद्यालय गृह विज्ञान विभाग में “विकसित भारत @2047” के बाबत पिडिलाइट इंडस्ट्री के सहयोग से छह दिवसीय कौशल विकास कार्यशाला का समापन समारोह का आयोजन विभागाध्यक्ष डॉ. दिव्या रानी हंसदा की अध्यक्षता में आयोजित हुआ।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विभागाध्यक्ष डॉ. दिव्या रानी हंसदा ने कहा कि जैसा आप सभी जानते हैं कि हम अपने छात्र-छात्राओं व शोधार्थियों के लिये वर्षों से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्यक्रम आयोजित करते आ रहे हैं। अब पीएम मोदी ने भी “विकसित भारत @2047” का आह्वान कर दिये हैं। इस बाबत इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य “आत्मनिर्भर बनाने का एक सार्थक प्रयास” है। अगर आपके पास हुनर है। आप कौशल विकास में दक्ष हैं तो आपको कैसी भी विषम परिस्थितियों में बेरोजगारी का सामना नहीं करना पड़ेगा। आप दुनिया के किसी भी कोने में रहें जिसके पास स्वयं का स्किल है वो कभी बेरोजगार नहीं रह सकता। इसी को लेकर हम विभाग में समय-दर-समय अपने छात्र-छात्राओं व शोधार्थियों के लिये रंग बनाने की कला, फेविकल बनाने की कला सहित विभिन्न कलाओं के लिये प्रशिक्षण आयोजित करते रहते हैं। इसी के बाबत पिडिलाइट इंडस्ट्री के सहयोग से 6 दिवसीय कौशल विकास कार्यशाला का आयोजन विभाग में हो रहा था जिसका आज समापन है। उपस्थित सभी छात्र-छात्रा व शोधार्थी इस 6 दिवसीय कार्यशाला में जो सीखे उसे औरों को भी सिखाने का काम करें और “विकसित भारत @2047” में अपना-अपना योगदान सुनिश्चित करें।
विभाग की प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर की छात्राओं में स्वरोजगार के लिए कौशल विकास जैसे वर्ली आर्ट, क्ले आर्ट, टाई एंड डाइ, मधुबनी पेंटिंग, नेम प्लेट मेकिंग एवं स्टेनसील आर्ट का प्रशिक्षण पिडिलाइट कंपनी के विशेषज्ञ प्रियंका चौधरी एवं रिंकू रॉय के द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण कार्य पिडिलाइट कंपनी के मार्केटिंग मैनेजर रवि वर्मा की उपस्थिति एवं मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
इस दौरान विभाग की सभी शिक्षिका, शिक्षकेत्तर कर्मी समेत दर्जनों छात्र-छात्रा व शोधार्थी उपस्थित थे।