#MNN@24X7 समस्तीपुर, उन्होेंने बताया कि 2015 के विधानसभा चुनाव के ठीक पहले भाजपा के इशारे पर राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित हत्या के झूठे मुकदमें में फंसाये गये भोजपुर के अगिआंव के माले विधायक मनोज मंजिल समेत 23 माले कार्यकर्ताओं को आजीवन कारावास की सजा के खिलाफ बुधवार को भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने विरोध मार्च निकालकर सभा किया।

इस अवसर पर शहर के मालगोदाम चौक पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता इकट्ठा होकर माले के झंडें- बैनर एवं नारे लिखे तख्तियां तले विरोध मार्च निकाला। नारे लगाते हुए बाजार क्षेत्र के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए स्टेशन चौक पहुंचकर भाजपा के खिलाफ जोरदार नारेबाजी के बाद मार्च सभा में तब्दील हो गया।

सभा की अध्यक्षता जिला सचिव उमेश कुमार ने किया। संचालन जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने किया। सभा को राज्य कमिटी सदस्य बंदना सिंह, स्थाई समिति सदस्य जीबछ पासवान, ललन कुमार, महावीर पोद्दार, फूलबाबू सिंह, अमित कुमार , दिनेश कुमार, जिला कमिटी सदस्य जयंत कुमार, अनील चौधरी, उपेंद्र राय, महेश कुमार, सत्यनारायण महतो, गंगा प्रसाद पासवान, राजकुमार चौधरी, संजीत पासवान, राजकुमार पासवान, रामचंद्र पासवान, लोकेश राज, समेत दीपक यदुवंशी, मोहम्मद फरमान, मोहम्मद सगीर, मनोज कुमार सिंह, अर्जुन दास आदि ने संबोधित किया।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में जिला सचिव प्रोo उमेश कुमार ने कहा कि भाजपा-जदयू की सरकार बनते ही सामंती ताकतों का मनोबल बढ़ गया है। सीवान में तीन माले कार्यकर्ताओं को सवर्ण सामंती तत्वों ने गोली मार दिया। भाजपा द्वारा फंसाये गये मुकदमा में 23 माले कार्यकर्ताओं को आजीवन कारावास का सजा दे दिया गया। दलित- गरीब- हांसिए की बंचित समुदाय, सर्वहारा का उत्थान, हक- अधिकार के लिए, भूमि, आवास, शिक्षा, रोज़गार , चिकित्सा के लिए संघर्षरत भाकपा माले कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा। भाकपा माले शहादत देकर भी जनता की लड़ाई लड़ने वाली पार्टी रही है। उन्होंने सामंती एवं प्रशासनिक वर्चस्व के खिलाफ संघर्ष तेज करने का कार्यकर्ताओं से आह्वान किया।

कार्यक्रम के अंत में 16 फरवरी को 10 बजे से आम हड़ताल एवं ग्रामीण भारत बंद की सफलता को लेकर मालगोदाम चौक से ट्रेड यूनियन एवं संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले जुलूस निकलने वाले जुलूस में भाग लेकर सफल बनाने की अपील की गई।