#MNN@24X7 समस्तीपुर, 4 अप्रैल, दलितों के लिए रिजर्व लोकसभा सीट पर ऐन केन प्रकारेन तथाकथित उच्च वर्ग एवं कारपोरेट घराने कब्जा कर लोकतंत्र के परिभाषा “सबका देश सबका शासन” को बदलना चाहते हैं। इससे ग़लत परिपाटी की शुरूआत होगी और हाशिए की ताकत, वंचित समुदाय को मुख्य धारा में आने से दरकिनार होने का खतरा बढ़ जाएगा। समस्तीपुर की जनता ऐसे तत्वों के मंसूबे को कामयाब नहीं होने देगी। उक्त आशय की जानकारी गुरूवार को ताजपुर में जनसंपर्क अभियान के दौरान प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से महिला संगठन ऐपवा के जिला अध्यक्ष सह भाकपा माले नेत्री बंदना सिंह ने दी ।
उन्होंने आगे कहा कि देश की संसद में सबको बराबर का भागीदारी दिलाने को हमारे स्वप्नदर्शी नेताओं ने दलितों के लिए सीट को रिजर्व करने का प्रावधान बनाया ताकि देश के लिए नीति-निर्धारण में सबका योगदान हो। लेकिन रिजर्व सीट को भी अब तथाकथित उच्च वर्ग एवं कारपोरेट घराने ऐन केन प्रकारेन कब्जा करना चाहते हैं। यदि यह परिपाटी आगे बढ़ा तो सदन पहुंचने से दलित वर्ग बंचित रह जाएंगे।
महिला नेत्री ने कहा कि ऐसा ही खेल समस्तीपुर रिजर्व लोकसभा सीट पर खेला गया है जहां उच्चवर्ग के पटना के पूर्व आईपीएस अधिकारी किशोर की पुत्रवधू एवं बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी की पुत्री सह स्कूल एवं एनजीओ संचालिका शांभवी चौधरी को लोजपा-आर ने समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र से टिकट दिया है। बंदना सिंह ने कहा कि जदयू में मंत्री रहते एक पिता ने अपने बच्ची का ड्रीम पूरा करने के लिए दूसरे दल से सांसद की टिकट ले आते हैं और इस देश के नागरिकों को अपने बच्चों के ड्रीम को पूरा करने से रोकने की कोशिश की जाती है। ये अंतर दूर करना होगा।
उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव लोकतंत्र एवं संविधान बचाने, देश में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, महिला सुरक्षा, किसान-मजदूरों की समस्या को दूर करने के लिए होना चाहिए। हमारे बीच जो भी अंतरविरोध हो, उनको दूर कर देश लिए बने इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी को जीताने के लिए हमें कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहिए।