डीएम ने स्वच्छता ही सेवा के संकल्प को जन-जन, कण-कण का संकल्प बनाने हेतु की अपील।
जिला पदाधिकारी ने समहरणालय परिसर में किया पौधारोपण।
एनसीसी कैडेट्स,गंगा दूत व नेहरू यूवा केन्द्र के स्वंयसेवक सैकड़ों की संख्या में जागरूकता रैली में हुए शामिल।
स्वच्छता हेतु नुक्कड़-नाटक के माध्यम से सिंगल यूज़ प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने का दिया संदेश।
#MNN@24X7 दरभंगा, जिला पदाधिकारी दरभंगा राजीव रौशन द्वारा समाहरणालय परिसर में पौधारोपण कर स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम का विधिवत प्रारंभ किया गया।*
तत्पश्चात समाहरणालय परिसर से स्वच्छता ही सेवा अभियान अंतर्गत जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
“हम सब ने ठाना है, नदी, तालाबों को स्वच्छ बनाना है।”, “नमामि गंगे, हर हर गंगे !”, “अब हमने यह ठाना है, नदियों को बचाना है।”, “नहीं रुकेंगे, स्वच्छ करेंगे” जैसे नारों के साथ स्वच्छता जागरूकता हेतु ऊर्जान्वित सैकड़ों एनसीसी कैडेट्स, गंगा दूत व नेहरू यूवा केन्द्र के स्वंयसेवक समाहरणालय परिसर से आयुक्त कार्यालय, प्रेक्षागृह, जेल रोड, लोहिया चौक, लहेरियासराय टावर, चट्टी गुमती,अतिथिगृह होते हुए पुनः समाहरणालय परिसर पहुंचे।
जिला पदाधिकारी ने सम्बोधित करते हुए कहा जिला गंगा समिति के तत्वाधान में आयोजित स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में एनसीसी कैडेट्स, युवा स्वंयसेवक ने जिस प्रकार भाग लिया है इससे पूरे देश, राज्य एवं जिले में एक विशेष संदेश जाता है। जिस प्रकार हमलोगों की आबादी बढ़ी है, पृथ्वी पर मानव गतिविधि का भार बढ़ा है,उस संदर्भ में अगर हम स्वच्छता, रिसाइकिल, रियूज के महत्व को नहीं समझेंगे तो वह दिन दूर नहीं जब हमारी पृथ्वी,हमारी मिट्टी उपजाऊ नहीं रह जायेगी और हमलोग को खाने में काफी दिक्कत हो जायेगी।
उन्होंने कहा यह बात आज के युवा पीढ़ी को भी समझना पड़ेगा तभी हम भविष्य की पीढ़ी को सुरक्षित पृथ्वी, सुरक्षित देश और सुरक्षित मानव संसाधन दे पाएंगे।* *स्वच्छता के लिए हमें इंड-टू-इंड डिस्पोजल अर्थात ऑर्गेनिक कचड़ा को कंपोस्ट बनाकर कृषि में इस्तेमाल एवं इनॉर्गेनिक कचड़े को रिसाइकिल का हिस्सा बनाकर पुनः नए उत्पाद के रूप में इस्तेमाल करने की जरूरत है।*
उन्होंने कहा राष्ट्रपिता बापू ने स्वच्छता का जीवन दर्शन आज से बहुत पहले ही हम लोगों को दिया था कि जो आदमी कचड़ा उत्पन्न करता है,वह उसी की जिम्मेदारी है, वह उत्पन्न कचड़े का उचित निपटारा करे और उस चक्र का हिस्सा बना दे जहाँ से उसकी उत्पत्ति हुई है ताकि उसे रिसाइकिल कर पुनः उसका इस्तेमाल हो सके।*
उन्होंने कहा स्वच्छता ही सेवा का संकल्प सिर्फ आपका और हमारा संकल्प नहीं बल्कि पूरे जिले का संकल्प होना चाहिए,जन-जन का, कण-कण का संकल्प होना चाहिए तभी हम प्रकृति को सुरक्षित कर पाएंगे और अपने जिले को स्वच्छता में अव्वल कर पायेंगे।* *स्वच्छता को हमें अपने जीवन में सम्मिलित करना होगा और भविष्य को सुरक्षित बनाना पड़ेगा।*
स्वच्छता जागरूकता हेतु आयोजित “आओ-आओ नुक्कड़ नाटक देखें। *स्वर के साथ” प्रस्तुत नाटक के माध्यम से सिंगल यूज़ प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने का संदेश दिया।*
कार्यक्रम में नगर आयुक्त राकेश कुमार गुप्ता, जिला योजना पदाधिकारी शक्ति रंजन, गंगा समिति के जिला परियोजना पदाधिकारी फारूक इमाम, जिला योजना कार्यालय से प्रशांत कुमार सिंह, गोपाल कुमार चौधरी, आशीष झा, मनहर मुर्मू, अभय सिंह, नाटक मण्डली के सदस्य सुष्मिता, हर्षिता, लक्ष्मी, हिमांशु, कृष, विकास आशुतोष, गौरव, सोनू व विक्रम, नेहरू युवा केंद्र स्वंयसेवक मुकेश झा, मणिकांत ठाकुर, प्रशांत झा, राम नारायण पंडित, पूजा कुमारी, संगीता कुमारी, गंगा दूत साक्षी कुमारी, वर्षा कुमारी, संजीव कुमार, दिनकर कुमार, एन सी सी कैडेट दीपक, अली, खुर्शीदा, ईशा सहित सैकड़ों कैडेट्स ने हिस्सा लिया।