#MNN@24X7 दरभंगा कृषि विज्ञान केंद्र जाले द्वारा भारत सरकार , भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद एवं राज्य सरकार संपोषित विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत लगभग 1000 एकड़ में सरसों एवं तीसी का प्रत्यक्षण दरभंगा जिले के विभिन्न प्रखंडों में किसानों के प्रक्षेत्र में उन्नत तकनीक एवं बीज का प्रत्यक्षण कर रहा है।
केंद्र के अध्यक्ष डॉ दिव्यांशु शेखर ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र जाले को भारत सरकार के सामुदायिक अग्रिम प्रति प्रत्यक्षण योजना के अंतर्गत 750 एकड़ सरसों एवं 50 एकड़ तीसी के प्रतिक्षण का लक्ष्य दिया गया है वही राज्य सरकार के जलवायु अनुकूल खेती परियोजना अंतर्गत 100 एकड़ सरसों के प्रत्यक्षण का लक्ष्य दिया गया है भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के निकरा परियोजना अंतर्गत 100 एकड़ एवं अनुसूचित जाति अप योजना अंतर्गत 50 एकड़ का लक्ष्य दिया गया है इन योजनाओं के लाभार्थियों के चयन एवं प्रत्यक्षण के लिए उन्हें प्रशिक्षण एवं विभिन्न योजनाओं अंतर्गत अनुशंसित उपादान उपलब्ध करा दिया गया है अधिकांश जगहों पर बुवाई हो चुकी है
सामूहिक अग्रिम पंक्ति प्रत्यक्षण परियोजना के प्रभारी डॉ निधि ने बताया कि इस योजना अंतर्गत 14 प्रखंड के 35 गांव के किसानों के मध्य यह प्रत्यक्षण कराया जा रहा है इस परियोजना के अंतर्गत किसानों को गुणवत्ता युक्त बीज, आवश्यक पोषक तत्व, खरपतवार्नशी, रोगनाशी एवं कीटनाशक उपलब्ध कराए गए हैं।
राज्य सरकार संपोषित जलवायु अनुकूल खेती परियोजना अंतर्गत जले, राढ़ी, रतनपुर, ब्रह्मपुर एवं सनहपुर गांव में कुछ किसानों के यहां शून्य जुताई विधि से सरसों का प्रत्यक्षण लगाया गया है। वही अनुसूचित जाति उप योजना के प्रभारी पूजा कुमारी ने बताया कि बिरौल प्रखंड के फकीराना गांव में सरसों का प्रत्यक्षण लगाया गया है निकरा एवं प्राकृतिक खेती परियोजना के प्रभारी डॉ प्रदीप विश्वकर्मा ने बताया कि चंदौना, मुरैठा, जोगियारा एवं प्राकृतिक खेती परियोजना अंतर्गत धनकौल गांव में प्रत्यक्षण लगाया गया है।