#MNN@24X7 दरभंगा, सम्राट अशोक के शिलालेखों को समझने में सहायक होगा हाइब्रिड मोड में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सिंपोजियम- प्रधानाचार्य डॉ कुमारी कविता
मारवाड़ी कॉलेज, दरभंगा तथा डॉ प्रभात दास फाउंडेशन, दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान में 20 एवं 21 दिसंबर,2024 को “अशोक के शिलालेखों की भाषा और लिपि का विश्लेषण” विषय पर अंतरराष्ट्रीय सिम्पोजियम का आयोजन महाविद्यालय परिसर में किया जाएगा, जिसमें श्रीलंका, थाईलैंड, वियतनाम, म्यांमार, दक्षिण कोरिया, जापान मंगोलिया, इंग्लैंड, कनाडा तथा फिनलैंड आदि देशों के विद्वान् भाग लेंगे। सिंपोजियम की रूपरेखा तैयार करने के उद्देश्य से प्रधानाचार्य डा कुमारी कविता की अध्यक्षता में आयोजन समिति की महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें बर्सर डॉ अवधेश प्रसाद यादव, स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग के डॉ आर एन चौरसिया, संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ विकास सिंह, हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ अनिरुद्ध सिंह, भौतिकी विभागाध्यक्ष डॉ अमित कुमार सिंह, गणित विभागाध्यक्ष डॉ श्रवण कुमार, गणित के डॉ जितेन्द्र कुमार, मनोविज्ञान के डॉ सुभाष कुमार सुमन, दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ प्रियानंदन तथा राजनीति विज्ञान के शिक्षक डॉ रवि कुमार राम आदि उपस्थित हुए। सिंपोजियम हेतु पंजीयन जारी है, जिसके लिए संयोजक डॉ विकास सिंह से संपर्क करना आवश्यक है।

प्रधानाचार्य डॉ कुमारी कविता ने सिंपोजियम के महत्वों की चर्चा करते हुए कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय सिम्पोजियम सम्राट् अशोक के शिलालेखों को समझने में सहायक सिद्ध होगी। संगोष्ठी के संयोजक डॉ विकास सिंह ने बताया कि इस सिंपोजियम का उद्देश्य प्राचीन भारत में लेखन कला की उत्पत्ति, लेखन सामग्री एवं लिपियों का विकास तथा ब्राह्मी लिपि के लेखन, पठन – पाठन तथा अशोक के शिलालेखों की भाषा की समझ विकसित करना है। उन्होंने बताया कि प्रथम दिन 20 दिसंबर को उद्घाटन सत्र के साथ ही दो व्याख्यान, दो ट्यूटोरियल, एक पैनल डिस्कशन आयोजित किए जाएंगे, जबकि दूसरे दिन दो व्याख्यान, दो ट्यूटोरियल, एक पैनल डिस्कशन के साथ ही समापन समारोह आयोजित होंगे।

सिंपोजियम में श्रीलंका के बौद्ध एवं पालि विश्वविद्यालय के पालि विभाग के वरीय प्राध्यापक भंते डॉ कंदेगम दीपवंसालंकार मुख्य अतिथि, महाचूलांग कॉर्नराजविद्यालय विश्वविद्यालय, थाईलैंड के डॉ फ्राप्लाद सोरावित आफिपन्यो विशिष्ट वक्ता जेएनयू से प्रो सी उपेन्द्र राव मुख्य वक्ता, दिल्ली विश्वविद्यालय से संस्कृत- प्राध्यापक डॉ सौरभ जी, डॉ शारदा गौतम तथा डॉ राजेन्द्र कुमार, संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी से पालि एवं थेरवाद विभागाध्यक्ष प्रो रमेश प्रसाद, गोरखपुर विश्वविद्यालय से संस्कृत- प्राध्यापक डॉ कुलदीपक शुक्ला आदि ऑनलाइन संबोधन देंगे, जबकि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के संस्कृत- प्राध्यापक डॉ आर एन चौरसिया भी सिंपोजियम में अपने वक्तव्य रखेंगे।